जयपुर. राजस्थान में बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिल रहा है। 20 नवंबर को सभी मंत्रियों के इस्तीफे (Ministers Resign) के बाद रविवार यानी 21 नवंबर को 15 नए मंत्रियों ने शपथ (Oath) ली। इसमें 11 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्री यानी कुल 15 मंत्री हैं। इनमें 5 मंत्री सचिन पायलट खेमे के हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने शनिवार शाम को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की थी और इस्तीफे सौंप दिए थे। कांग्रेस मुख्यालय में आज 2 बजे विधायकों की बैठक हुई। राज भवन में शाम चार बजे शपथ ग्रहण समारोह हुआ।
इन मंत्रियों ने ली शपथ
गहलोत कैबिनेट में 8 नए मंत्री होंगे। तीन राज्यमंत्रियों को प्रमोट किया गया है। 4 नए राज्य मंत्री हैं। राजस्थान में नए मंत्रिमंडल का गठन 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
ये बने कैबिनेट मंत्री: हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रामलाल जाट, रमेश मीणा, ममता भूपेश बैरवा, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंद राम मेघवाल और शकुंतला रावत।
ये बने राज्यमंत्री: जाहिदा खान, बृजेंद्र सिह ओला, राजेंद्र गुढ़ा, मुरारीलाल मीणा।
राजस्थान में भी पंजाब फॉर्मूला
कांग्रेस ने राजस्थान में पंजाब फॉर्मूला अपनाया है। इसी के तहत 12 नए मंत्री और तीन पुराने राज्य मंत्रियों को प्रमोट किया। खास बात ये कि राजस्थान कैबिनेट में पहली बार चार अनुसूचित जाति (SC) के मंत्रियों को जगह दी जा रही है। ममता भूपेश, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली और गोविंद मेघवाल दलित कोटे से कैबिनेट मंत्री बनाए गए।