नई दिल्ली. बुधवार को संसद के दोनों सदनों में विपक्ष अपने पुराने तेवर में नजर आया। इस कारण राज्यसभा (Ray sabha) और लोकसभा (loksabha) की कार्यवाही हंगामें के साथ शुरू हुई। इस दौरान राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू (venkaiah naidu) भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मंगलवार को राज्यसभा में जो हुआ है। उससे दुखी हूं। उन्होंने कहा कि जब कुछ सदस्य टेबल पर आए तो सदन की गरिमा को चोट पहुंची और मैं पूरा रात नहीं सो पाया। इसके अलावा लोकसभा में भी हंगामा जारी रहा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om birla) ने लोकसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है।
लोकसभा में महज 22 फीसदी काम हुआ- ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हंगामें के कारण लोकसभा में कार्यवाही की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रही है। हंगामें के चलते महज 22 फीसदी उत्पादकता ही रही। उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान संविधान 127वां संशोधन विधेयक सहित कुल 20 विधेयक पारित किए गए। ये जानकारी देते हुए ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है।
नायडू बोले- मैं पूरी रात सो नहीं पाया
वेंकैया नायडू ने सदन में 10 अगस्त को हुए हंगामे पर दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा कि सदन में जो हुआ वो लोकतंत्र के खिलाफ है। इस दौरान नायडू भावुक होकर बोले कि जब कुछ सदस्य टेबल पर आए तो सदन की गरिमा को चोट पहुंची और मैं पूरा रात नहीं सो पाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष, सरकार को इस बात के लिए फोर्स नहीं कर सकते कि वो क्या करें और क्या नहीं। हंगामे के कारण उपसभापति नायडू ने राज्यसभा को 12 बजे तक स्थगित किया।