जयपुर. मेघायल के गवर्नर (Governor of Meghalaya) सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने एक बार फिर मोदी सरकार (Modi Govt) को घेरा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि 'देश में इतना बड़ा आंदोलन (Farmers Protest) आज तक नहीं चला, जिसमें 600 लोग शहीद हो गए। कुतिया भी मरती है तो दिल्ली के नेताओं का शोक संदेश जाता है, लेकिन 600 किसानों का प्रस्ताव लोकसभा में पास नहीं हुआ।' उन्होंने कहा कि वह दिल्ली के उन 2-3 लोगों की इच्छा के खिलाफ बोल रहे हैं, जिन्होंने उन्हें गवर्नर बनाया है और जब कहेंगे तो वह तुरंत पद से हट जाएंगे।'
दिल्ली के लोगों ने मुझे राज्यपाल बनाया- मलिक
7 नवंबर को एक कार्यक्रम में मलिक ने कहा कि मैं अगर कृषि कानून के मुद्दे पर कहूंगा तो विवाद हो जाएगा। मैं दो हफ्ते तक इंतजार करता हूं कि कहीं इस पर दिल्ली से कोई फोन तो नहीं आया। हालांकि एक राज्यपाल को नहीं हटाया जा सकता लेकिन मेरे कुछ शुभचिंतक मेरे कुछ कहने का इंतजार करते हैं कि ये कुछ बोले और ये हटे। मलिक ने कहा कि मुझे दिल्ली में बैठे 2-3 बड़े लोगों ने राज्यपाल बनाया था। जिस दिन ये लोग मुझे बोल देंगे, मैं एक मिनट के भीतर अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।
#WATCH | 600 people have died in this farm movement... Even when an animal dies, Delhi 'netas' express condolences, but they could not pass the proposal of 600 farmers in Lok Sabha..: Meghalaya Governor Satya Pal Malik, in Jaipur pic.twitter.com/Mz8RiaCScC
— ANI (@ANI) November 7, 2021
लाल किला हमारे इमोशन का हिस्सा- मलिक
26 जनवरी को किसान आंदोलन के दौरान भीड़ में से कुछ उपद्रवियों ने लाल किले पर झंडा फहराया था। इसको लेकर मलिक ने कहा कि 'लालकिले पर झंडा फहराने के मामले को खूब उछाला गया। लाल किले पर झंडा फहराने का अधिकार प्रधानमंत्री का है। प्रधानमंत्री के बाद तो लाल किले पर झंडा फहराने का अधिकार किसानों का ही है। गुरु तेगबहादुर की गर्दन लालकिले पर कटी हो तो क्या उनकी संतान को लालकिले पर झंडा फहराने का अधिकार नहीं है? सिखों और जाटों के लोकगीतों में भी लालकिले तक जाने का जिक्र होता है। लाल किला हमारे इमोशन का हिस्सा रहा है।'
किसान हारकर नहीं लौटेंगे- मलिक
मलिक ने जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार केवल MSP मान ले तो काम हो जाएगा। किसान को MSP से हर फसल का नीचे ही दाम मिलता है। MSP पर कानून से कम पर किसान नहीं मानेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार में ऐसे लोग हैं, जो किसानों के पक्ष में है। एक-आध लोग हैं, जिनके दिमाग में घमंड है। घमंड तो किसी का भी नहीं चला। किसान दिल्ली से हारकर नहीं आएंगे।'