नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक (PM Security breach) मामले पर पंजाब सरकार की गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट से एक और जानकारी सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, पंजाब सरकार ने बताया कि बठिंडा एसएसपी ने फिरोजपुर एसएसपी पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया। उन्होंने (फिरोजपुर एसएसपी ने) अपने अधिकार क्षेत्र (Jurisdiction) में प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री के रूट में जाने दिया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि किसानों का विरोध अचानक (Sudden Farmers Protest) हुआ। मामले में FIR की गई और चूक की जांच के लिए पैनल बनाया गया है। पंजाब सरकार ने रिपोर्ट में घटनाओं का क्रम भी बताया है।
पंजाब पुलिस प्रमुख से जवाब मांगा गया: पंजाब के DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को गृह मंत्रालय ने नोटिस जारी किया है। चट्टोपाध्याय से पूछा गया है कि उनके खिलाफ ऑल इंडिया सर्विस रूल्स के तहत एक्शन क्यों ना लिया जाए, क्योंकि उन्होंने स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) एक्ट के तहत अपनी जिम्मेदारी का पालन नहीं किया। उन्हें जवाब देने के लिए शाम 5 बजे तक वक्त दिया गया है।
होम मिनिस्ट्री ने मांगी थी रिपोर्ट: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने इस मामले में पंजाब सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। पंजाब सरकार ने 6 जनवरी की रात गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी। जानकारी के मुताबिक, पंजाब के चीफ सेक्रेटरी ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के कारणों के फैक्ट्स के साथ रिपोर्ट भेजी है। सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे पंजाब में मोदी के दौरे का विरोध हो रहा था। प्रदर्शनों को ध्यान में रखते हुए एक्स्ट्रा फोर्स को तैयार किया गया था।
सीएम का चूक से इनकार: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक से इनकार किया। कहा कि मुझे खेद है कि पीएम मोदी को फिरोजपुर जिले के दौरे के दौरान वापस लौटना पड़ा। हम अपने पीएम का सम्मान करते हैं। अगर उनकी सुरक्षा में कोई चूक हुई तो इसकी जांच कराएंगे। मुझे भी PM के साथ जाना था, लेकिन कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने के कारण मैं नहीं गया। मैंने वित्त मंत्री मनप्रीत बादल और डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा को प्रधानमंत्री के स्वागत की ड्यूटी सौंपी।
ये है मामला: 5 जनवरी को मोदी पंजाब के बठिंडा पहुंचे थे। यहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था, लेकिन खराब रोशनी और बारिश के चलते मोदी ने 20 मिनट इंतजार किया। जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो उन्होंने सड़क के रास्ते शहीद स्मारक जाने का फैसला किया। इस रास्ते से 2 घंटे का समय लगना था। पंजाब DGP से सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिलने के बाद मोदी सड़क के रास्ते आगे बढ़े।
राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किमी पहले मोदी का काफिला जब फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो यहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोक रखा था। इसके चलते पीएम मोदी के काफिले को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा। इसे पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है। इसी से पंजाब सरकार और पुलिस पर सवालिया निशान लग रहे हैं।