MUMBAI: तेज हुई शिवसेना पर कब्जे की जंग, उद्धव गुट के विधायकों को अयोग्य घोषित करने का नोटिस, आदित्य ठाकरे का नाम नहीं 

author-image
Vivek Sharma
एडिट
New Update
MUMBAI: तेज हुई शिवसेना पर कब्जे की जंग, उद्धव गुट के विधायकों को अयोग्य घोषित करने का नोटिस, आदित्य ठाकरे का नाम नहीं 

Mumbai. महाराष्ट्र की राजनीति में नाटकीय मोड़ आने का सिलसिला थम नहीं रहा है। बागी गुट अर्थात शिंदे गुट उद्धव गुट को सियासी मोर्चा पर लगातार मात दे रहा है। दोनों गुटों में अब वर्चस्व की लड़ाई तेज होती जा रही है। साथ ही अब दोनों गुट शिवसेना पर दावा ठोक रहे हैं इसकी लड़ाई सड़क से लेकर कोर्ट तक पहुंच चुकी है। बालासाहेब की विरासत पर कब्जे को लेकर जंग तेज होती जा रही है। शिंदे गुट के नए चीफ व्हिप (मुख्य सचेतक) भरत गोगावले ने अब फ्लोर टेस्ट के बाद उद्धव गुट पर कार्रवाई का मन बना लिया है। शिंदे गुट ने उद्धव गुट के 14 विधायकों को अयोग्य घोषित करने का नोटिस जारी किया है। चीफ व्हिप गोगावले ने बताया  कि हमने हमारे व्हिप की अवहेलना करने वाले सभी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए नोटिस दिया है। हालांकि, बालासाहेब ठाकरे के प्रति अपना सम्मान दिखाते हुए उनका (आदित्य ठाकरे का) नाम नहीं दिया है

गोगावले ने आगे कहा कि उनके (आदित्य ठाकरे) बारे में (अयोग्यता के लिए) अब मुख्यमंत्री फैसला लेंगे। 



दोनों पक्षों ने की शिकायत, जांच की जाएगी




दूसरी ओर उद्धव गुट के सचेतक सुनील प्रभु ने भी शिंदे गुट को अयोग्य घोषित करने का प्रस्ताव भेजा था. उन्होंने रविवार को शिवसेना के विधानसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार के खिलाफ वोटिंग करने का आरोप लगाया था। विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय ने पुष्टि की कि उन्हें दो दोनों पक्षों से शिकायतें मिली हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की है. इन शिकायतों की जांच के लिए थोड़ा समय लग सकता है। 



एक दिन पहले भी व्हिप जारी हुआ था



एक दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष के लिए वोटिंग हुई थी। उद्धव ठाकरे गुट के विधायक सुनील प्रभु ने MVA के उम्मीदवार राजन  साल्वी को वोट देने के लिए व्हिप जारी किया था। सदन के पटल पर ठाकरे गुट के विधायकों ने नार्वेकर को वोट नहीं दिया था। 


Maharashtra Politics news crisis महाराष्ट्र की राजनीति Uddhav Thackeray भरत गोगावले देवेंद्र फडणवीस Maharashtra politics . महाराष्ट्र में उठापटक सुप्रीमकोर्ट महाराष्ट्र में सियासी संकट महाराष्ट्र maharashtra शिवसेना महाराष्ट्र राजनीति Eknath Shinde एकनाथ शिंदे