BHOPAL. बायजू का संकट और गहरा गया है। हालात ये हो चुके हैं कि बायजूस के पास अपने स्टाफ को सैलरी देने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं। कहा जा रहा है कि Byju’s के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने अपना घर गिरवी रख दिया है। वहीं पैसे जुटाने के लिए उनके परिवार की संपत्ति भी दांव पर लगी है।
सैलरी देने के लिए गिरवी रखा घर
दावा किया जा रहा है कि कंपनी में काम कर रहे स्टाफ को सैलरी मिलने में देरी हो रही है। बायजू रवींद्रन ने कर्नाटक के बेंगलुरु में स्थिक अपने घर को गिरवी रखकर पैसे जुटाए हैं। अब इन पैसों से स्टाफ को सैलरी दी जाएगी। बायजू ने बेंगलुरु के दो घरों को गिरवी रखकर उन्होंने करीब 100 करोड़ रुपए जुटाए है।
ट्यूशन पढ़ाने से की थी शुरुआत
एडुटेक कंपनी बायजूस बिजनेस जगत में कभी देश की सबसे दौलतमंद स्टार्टअप कंपनी में गिनी जाती थी। वहीं पर कंपनी के मालिक बायजू रवींद्रन की नेटवर्थ 5 अरब डॉलर (करीब 41,715 करोड़ रुपए) होती थी। बायजू की स्थापना 2011 में हुई थी। बायजू रवींद्रन और उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ ने इसकी शुरुआत की थी। बायजू एक भारतीय बहुराष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी कंपनी है। इसका हेडक्वार्टर बैंगलोर में है। बायजू ने ट्यूशन पढ़ाने से शुरुआत की थी। पहले उन्होंने दोस्तों को ट्यूशन पढ़ाया, फिर छात्रों से भरे बड़े-बड़े ऑडिटोरियम में 2011 में, बायजू की पेरेंट कंपनी-थिंक एंड लर्न की स्थापना हुई। इसका फोकस ऑनलाइन और क्लास 12 पर था। 2015 में बायजू ने अपना ऐप लॉन्च किया था।