अहमदाबाद. देश के कई मंदिर ऐसे है जो हजारों साल पुराने है। इन्हें जंग से बचाने के लिए ट्रस्ट बहुत कुछ कर रहा है। गुजरात का सोमनाथ मंदिर भी ऐसा ही है। यहां के ट्रस्ट ने फैसला लिया है कि मंदिर के गुंबद को पूरी तरह से गोल्ड से कवर किया जाएगा। स्तंभों पर भी गोल्ड कवरिंग होगी। माना जा रहा है कि इसमें कुल 145 किलो सोना लगेगा।
स्वामीनारायण मंदिर में भी गोल्ड लगा
सोमनाथ के अलावा वडताल का श्री स्वामीनारायण मंदिर भी ऐसा ही है। पहली बार 2012 में 70 किलो गोल्ड का इस्तेमाल कर इसे कवर किया गया था। बाद में 2015 में 45 किलो सोना और चढ़ाया गया।
सोमनाथ समुद्र से सटा, जंग का खतरा ज्यादा
मंदिर के ट्रस्टी ने एक्प्रेस ऑफ इंटरेस्ट (EOI) बनाया है। इसका मतलब है कि इसमें लोग दान दे सकते है। सोमनाथ मंदिर समुद्र के करीब है, जिसकी वजह से जंग लगने की संभावना ज्यादा है। गोल्ड की परत लगाने से मंदिर को बचाया जाएगा। EOI में दुनियाभर से लोग इसमें अपना सहयोग दे सकेंगे। सोमनाथ मंदिर के सेक्रेटरी पीके लहरी ने मीडिया को बताया कि मंदिर के गुंबद की ऊंचाई 110 फीट है। मंदिर में सहयोग देने वाले लोगों को इस बात का ख्याल रखना होगा कि उन्हें 10 साल तक इसकी मरम्मत करानी होगी।
गर्भगृह से लेकर स्तंभ तक सोना
गोल्ड का इस्तेमाल गर्भगृह से लेकर पिलर तक किया जाएगा। मंदिर के गुंबद की ऊंचाई 61 फीट है। इस परियोजना को पूरा करने में दो साल का वक्त लग सकता है। मंदिर के अंदर 130 किलोग्राम गोल्ड का इस्तेमाल किया जा चुका है।