New Delhi. संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन बुधवार (20 सितंबर) को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) पर बहस शुरू हुई। सबसे पहले कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने सदन को बिल के बारे में जानकारी दी। उनके बाद कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी ने 10 मिनट तक अपनी बात कही। उन्होंने कहा, 'स्थानीय निकायों में महिलाओं को आरक्षण देने वाला कानून मेरे पति राजीव गांधी लाए थे, जो राज्यसभा में 7 वोटों से गिर गया था। बाद में पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने उसे पास करवाया। इसी का नतीजा है कि देशभर के स्थानीय निकायों में 15 लाख चुनी हुई महिला नेता हैं। राजीव का सपना अभी आधा ही पूरा हुआ है, यह बिल पास होने से सपना पूरा हो जाएगा। इसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि ये सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिल है, जिसका गोल उसी का नाम आना चाहिए। हमारे प्रधानमंत्री और हमारी पार्टी ये बिल लेकर आई है तो इनके पेट में दर्द हो रहा है।
सोनिया ने कहा- सरकार को इसे परिसीमन तक नहीं रोकना चाहिए
लोकसभा में सोनिया गांधी ने कहा, कांग्रेस की मांग है कि बिल को फौरन अमल में लाया जाए। केंद्र सरकार को इसे परिसीमन तक नहीं रोकना चाहिए। इससे पहले जातिगत जनगणना कराकर इस बिल में एससी/एसटी और ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए।
बीजेपी का जवाब : कांग्रेस सरकार जो बिल लाई थी वो गलत था
भाषण के बाद भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने अपनी प्रतिक्रिया दी। निशिकांत दूबे ने सोनिया गांधी और कांग्रेस पर निशाना साधाते हुए कहा, आपने कहा (सोनिया गांधी) कि इस बिल का सपना राजीव गांधी ने देखा, लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि आपने (कांग्रेस सरकार) जो बिल लाया था वो गलत था।
बिल का क्रेडिट न लें कांग्रेस: निशिकांत
दुबे ने कहा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की नेता गीता मुखर्जी और भाजपा सांसद सुषमा स्वराज ने इस बिल के लिए लड़ाइयां लड़ीं। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी इस मुद्दे पर क्रेडिट लेना चाहती हैं। कांग्रेस इतने वर्षों तक बिल लेकर नहीं आए। अब प्रधानमंत्री मोदी बिल लेकर आए हैं तो इनके (विपक्ष) पेट में दर्द हो रहा है।
निशिकांत दूबे ने सोनिया गांधी को याद दिलाया फुटबॉल मैच
भाजपा सांसद दुबे ने आगे कहा, संसद में बंगाल के कई सांसद बैठे हैं। मैं बताना चाहता हूं कि फुटबॉल में जो खिलाड़ी गोल करता है, उसी के नाम पर गोल दर्ज होता है। इसी तरह इस गेंद रूपी बिल का गोल पीएम मोदी ने ही किया है तो क्रेडिट भी पीएम मोदी को ही मिलना चाहिए। इसमें कोई कैसे श्रेय ले सकता है।
जेडीयू का समर्थन, कनिमोझी बोलने खड़ी हुईं तो हंगामा हुआ
डीएमके की ओर से एमके कनिमोझी बोलने खड़ी हुईं। सत्ताधारी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू की तो एनसीपी की सुप्रिया सुले ने विरोध किया। दोनों महिला सांसदों ने स्पीकर से कहा कि बीजेपी के लोग महिलाओं की यही इज्जत करते हैं। फिर सदन में शांति छा गई। बीजेपी सांसद निशिकांत ने कहा कि यहां इतने पुरुष मौजूद हैं, उनकी वजह महिला है। अगर महिला नहीं होतीं, तो पुरुषों का अस्तित्व ही नहीं होता। मुझे लग रहा था कि सोनिया गांधी राजनीति से उठकर बोलेंगी। जेडीयू का महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है।