श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकियों ने नापाक हरकत की। आतंकियों ने एक स्कूल को निशाना बनाया। फायरिंग के दौरान स्कूल की प्रिंसिपल और टीचर को गोली मारी, दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। 6 अक्टूबर को एक कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी गई थी।
इस साल 25 लोगों की मौत
7 अक्टूबर की घटना को अगर देखा जाए तो इस साल 25 मासूम नागरिकों को मौत के घाट उतार चुके हैं। इनमें से तीन विदेशी नागरिक थे। सबसे ज्यादा 10 हत्याएं आतंकियों ने श्रीनगर में की है। उसके अलावा 4-4 हत्याएं पुलवामा और अनंतनाग में, 3 कुलगाम में, 2 बारामूला में और 1-1 बड़गाम और बांदीपोरा में कर चुके हैं। आतंकियों ने इस साल जिनकी हत्याएं की हैं, उनमें 18 मुस्लिम और दो कश्मीरी पंडित भी शामिल हैं.
दहशत फैलाने की कोशिश
DGP दिलबाग सिंह का कहना है कि घाटी में जो आम नागरिकों पर हमले हो रहे हैं वो पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए किए जा रहे हैं। बेगुनाह लोगों को निशाना बनाया जा रहा है ताकि लोगों का आपस में भाईचारा खत्म हो सके। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का दुख है कि लगातार इस तरह के हमले हो रहे हैं। डीजीपी का कहना है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस इन हमलों को अंजाम देने वालों की तलाश में जुटी है।