जुमलाजीवी, जयचंद, शकुनी, खालिस्तानी, खून से खेती, गद्दार, गिरगिट, ठग, काला दिन, काला बाजारी, तानाशाह...यह शब्द आपने संसद (Parliament) की कार्यवाही के दौरान जरूर सुने होंगे..लेकिन 18 जुलाई से शुरू हो रहे मानसून सत्र (Monsoon Session) में यह शब्द नहीं बोल जा सकेंगे..लोकसभा सचिवालय (Lok Sabha Secretariat) की नई बुकलेट में इन्हें असंसदीय शब्द (Unparliamentary Words) बताया गया है...इसके साथ ही संसद भवन परिसर और उसके आसपास अब प्रदर्शन (Demonstration), धरना, हड़ताल, अनशन और धार्मिक आयोजन करने पर भी रोक लगा दी गई है...यह आदेश (Order) राज्यसभा सेक्रेट्री जनरल पीसी मोदी की ओर से जारी किया गया है...