Delhi: उपराष्ट्रपति पद(vice president) के लिए आज 6 अगस्त को वोटिंग होनी है। NDA की ओर से जगदीप धनखड़(Jagdeep Dhankhar ) और विपक्ष की ओर से मार्गरेट अल्वा(Margaret Alva) उम्मीदवार हैं। इस चुनाव में संसद के दोनों सदनों के सदस्य मतदान करेंगे। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। इसके बाद तुरंत काउंटिंग होगी। देर शाम तक रिजल्ट आएगा। सदन में दोनों सदनों को मिलाकर कुल 788 सदस्य हैं। आंकड़ों के हिसाब से एनडीए कैंडिडेट और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़(NDA Candidate and Former West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar) की स्थिति मजबूत दिख रही है। मार्गरेट अल्वा उनको टक्कर दे रहीं हैं। मौजूदा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है. इस बार चुनाव को लेकर क्या समीकरण बन रहे हैं, किसका पलड़ा भारी है, जानिए उपराष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी बड़ी बातें
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- संसद भवन में मतदान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। इसके तुरंत बाद मतों की गिनती की जाएगी और देर शाम तक निर्वाचन अधिकारी द्वारा देश के नए उपराष्ट्रपति के नाम की घोषणा कर दी जाएगी. नए उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को शपथ लेंगे।
चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार एकल संक्रमणीय मत के माध्यम से होगा और चुनाव गुप्त मतदान के द्वारा होगा। इस प्रणाली में, निर्वाचक को उम्मीदवारों के नामों के सामने वरीयताएं अंकित करनी होती हैं। इस चुनाव में खुले मतदान की कोई अवधारणा नहीं है और राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति के चुनाव में किसी भी परिस्थिति में किसी को भी मतपत्र दिखाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य उपराष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में शामिल होते हैं। इसमें मनोनीत सदस्य भी मतदान करने के पात्र होते हैं। संसद में सदस्यों की मौजूदा संख्या 788 है, जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता होती है।
लोकसभा में बीजेपी के कुल 303 हैं, सांसद संजय धोत्रे तबीयत ठीक ना होने के चलते नहीं आ पाएंगे। इस तरह एनडीए के लोकसभा में कुल 336 सदस्य हैं। वहीं राज्यसभा में बीजेपी के 91 (4 नॉमिनेटेड सहित) सदस्य हैं और एनडीए के कुल 109 सदस्य हैं। ऐसे में अब एनडीए के पास दोनों सदनों में कुल 445 सदस्य हैं।
एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को वाईएसआरसीपी, बीएसपी, टीडीपी, बीजेडी, अन्नाद्रमुक, शिवसेना के विरोधी पक्ष आदि का समर्थन मिल चुका है। निर्वाचक मंडल अंकगणित के अनुसार, धनखड़ के पक्ष में दो-तिहाई वोट हैं। आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो धनखड़ की जीत सुनिश्चित लग रही है।
जगदीप धनखड़ को 515 के करीब मत मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। वहीं अल्वा को अब तक मिले पार्टियों के समर्थन को देखते हुए अनुमान जताया जा रहा है कि उन्हें 200 के करीब मत मिल सकते हैं।
विपक्षी दलों में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर मतभेद भी सामने आए हैं, क्योंकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने अल्वा के नाम की घोषणा से पहले सहमति नहीं बनाने की कोशिशों का हवाला देते हुए मतदान प्रक्रिया से दूर रहने की घोषणा की है।
जगदीप धनखड़ 71 वर्ष के हैं और वह राजस्थान के प्रभावशाली जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उनकी पृष्ठभूमि समाजवादी रही है। उपराष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने से पहले वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे।
धनखड़ यदि उपराष्ट्रपति निर्वाचित होते हैं, तो यह एक इत्तेफाक ही होगा कि लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति एक ही राज्य के होंगे। वर्तमान में ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं और वह राजस्थान के कोटा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं।
मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं और वह राजस्थान के राज्यपाल के रूप में भी काम कर चुकी हैं। तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS), आम आदमी पार्टी (AAP) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने अल्वा के समर्थन की घोषणा की है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने भी अल्वा का समर्थन किया है।
BJP के सांसदों से ही जीतते दिख रहे धनखड़
बीजेपी के अपने 394 सांसद हैं, यह संख्या बहुमत के आंकड़े से ज्यादा हैं। इस तरह से देखा जाए तो बीजेपी अकेले ही जगदीप धनखड़ को जितवा सकती है। उधर, बात एनडीए की करें तो 441 सांसद हैं, 5 मनोनीत का भी साथ मिला हुआ है। इस तरह से धनखड़ के पक्ष में 446 वोट हो जाते हैं। इन सभी वोटों से एनडीए जीत के अंतर बढ़ाना चाहेगी।