NEW DELHI. नोटबंदी-2 में 2000 रुपए के नोटों को आरबीआई ने बंद कर दिया है। आरबीआई ने इसी साल 19 मई को सर्कुलर जारी कर इन नोटों को 30 सितंबर तक बैंकों में जमा करने या बदलने के लिए कहा था। अब तक ये नोट नियमों के अनुसार बैंकों में जमा किए जा रहे थे। आज 2,000 रुपए का नोट बैंक में जमा करने या इसे अन्य नोटों से बदलने का आखिरी मौका है। आरबीआई के नियमों के अनुसार एक अक्टूबर से 2000 रुपए के नोट की कीमत (वैल्यू) जीरो हो जाएगी।
आगे भी लीगल रहेंगे दो हजार के नोट
आरबीआई ने 2000 के नोट बैंकों में बदलने या अकाउंट में जमा करने को कहा है, लेकिन यह भी कहा है कि यह इसके बाद भी लीगल रहेगा। ऐसा सिर्फ लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए है, ताकि वे यह नोट बैंकों को वापस करें। अब तक 3,056 अरब रुपए के नोट बैंकों में लौट आए हैं।
बिना डॉक्यूमेंट भी बदल सकते हैं नोट
आरबीआई के नियमों के अनसुार, बिना किसी डॉक्यूमेंट के बैंक में जाकर आसानी से 2000 के नोटों को बदला जा सकता है। नोट बदलने में कोई परेशानी न हो इसलिए बैंकों को भी जानकारी दी गई है। केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार बैंक में नोट बदलने के लिए किसी तरह के कोई दस्तावेजों को नहीं देना होगा।
अपने खाते में भी जमा करवा सकेंगे
जिनका बैंक खाता नहीं है्र, वे भी किसी भी बैंक शाखा में जाकर एक बार में 20,000 रुपए तक की सीमा तक 2000 के नोट बदलवा सकते हैं या दूसरे नोटों से एक्सचेंज करवा सकते हैं। अगर आपका बैंक खात है तो कितने भी 2000 के नोट खाते में जमा कर सकते हैं।
2000 के नोट छापना क्या सरकार की की भूल थी?
2016 में बंद किए गए 500 और 1000 के नोट की कमी को पूरा करने के लिए 2000 के नोट छापे गए थे। जब पर्याप्त मात्रा में दूसरे नोट उपलब्ध हो गए तो 2018-19 में 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी गई यानी ये सीधे तौर पर नहीं कहा जा सकता है 2000 के नोटों को चलन से बाहर करना सरकार की भूल सुधार है।
2016 में आया था 2000 का नोट
नवंबर 2016 में 2 हजार का नोट मार्केट में आया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए थे। इसकी जगह नए पैटर्न में 500 का नया नोट और 2000 का नोट जारी किया गया था। आरबीआई 2018-19 से 2000 के नोटों की छपाई बंद कर चुका है, वहीं 2021-22 में 38 करोड़ 2000 के नोट नष्ट किए जा चुके हैं।