SHIVPURI. शिवपुरी के सिकंदरा RTO बैरियर पर सैकड़ों ट्रकों के पहिए थम गए। यूपी के ट्रांसपोर्टर्स ने मध्यप्रदेश के टोल नाकों पर हो रही अवैध वसूली के खिलाफ सिकंदरा RTO बैरियर पर प्रदर्शन किया। ट्रांसपोर्टर्स ने अपने ट्रकों को सड़क के किनारे खड़े करके विरोध जताया। ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि सिकंदरा बैरियर पर उनसे 1-2 हजार से लेकर 3 हजार रुपए तक चुकाने पड़ रहे हैं। पीएम मोदी, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सीएम शिवराज से शिकायत करने के बाद भी अवैध वसूली जारी है। प्रदर्शन के दौरान RTO कर्मचारियों ने मीडियाकर्मियों से बदसलूकी भी की।
ये लोग आवाज दबा रहे हैं, मारकर भगा रहे हैं.
शिवपुरी के सिकंदरा RTO बैरियर पर अवैध वसूली के खिलाफ UP के ट्रांसपोर्टर्स ने ट्रक खड़े करके किया चक्काजाम। RTO कर्मचारियों ने मीडियाकर्मियों से की बदसलूकी@PMOIndia @nitin_gadkari @ChouhanShivraj @myogiadityanath @GovindSingh_R #Thesootr pic.twitter.com/Xj1OpVgVpa
— TheSootr (@TheSootr) August 17, 2022
'ट्रक चालकों से मारपीट और अवैध वसूली हो रही है'
यूपी ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव प्रवीण जैन का कहना है कि मध्यप्रदेश के सिकंदरा और सेंधवा बैरियर पर ट्रक चालकों के साथ मारपीट करके उनसे अवैध वसूली की जा रही है जिससे उनका व्यवसाय चौपट होने की कगार पर आ गया है। इसकी शिकायत उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, सीएम शिवराज और मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत से भी गुहार लगाई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। यहां ट्रांसपोर्ट यूनियन का आंदोलन चल रहा था तो दूसरी ओर बैरियर पर अवैध रूप से ट्रकों से वसूली की जा रही थी।
ट्रक चालकों का दर्द
ट्रक चालकों का कहना है कि अगर वे मध्यप्रदेश के बैरियर पर वसूली का पैसा नहीं देते हैं तो उनके साथ आए दिन मारपीट की जाती है। गाली-गलौज और बदतमीजी की जाती है। ट्रांसपोर्टर्स इस अवैध वसूली से काफी परेशान हैं वसूली की वजह से ट्रक चालक मध्यप्रदेश में वाहन लाने से कतराने लगे हैं।
आरटीआई बोले-यहां किसी तरह की अवैध वसूली नहीं हो रही
सिकंदरा RTO बैरियर के आरटीआई टीपीएस भदौरिया ने ट्रांसपोर्टर्स से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनने के बाद समाधान का आश्वासन दिया। सिकंदरा बैरियर पर हो रही अवैध वसूली को लेकर उनका कहना है कि यहां किसी प्रकार की अवैध वसूली नहीं हो रही है। जबकि ट्रांसपोर्टस ने पूरे प्रमाण के साथ पर्चियां भी दिखाई जिससे साफ पता चल रहा है कि सिकंदरा RTO बैरियर की दाल में कुछ काला तो जरूर है लेकिन राजनीति के रसूख की वजह से आवाज को दबा दिया जा रहा है और भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है।