ISRAEL. फिलीस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने शनिवार यानी 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था, फिलीस्तीन और इजराइल की सीमा गाजा पर हमास के खिलाफ सेनाओं की जंग को आज पांच दिन हो चुके हैं। इसके बावजूद युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा। बता दें कि अब तक इस जंग में 3000 लोगों की मौत हो चुकी है। इस दौरान गुजरात के जूनागढ़ की रहने वाली दो लड़कियों ने हमास के खिलाफ मोर्चा संभाला हुआ है।
सुर्खियों में बनी दो लड़कियां
इस भीषण जंग के बीच गुजरात के जूनागढ़ की दो लड़कियां काफी सुर्खियों में हैं। इन्होंने इजराइली सेना में रहते हुए हमास के आतंकियों के खिलाफ हथियार उठाए हैं। जानकारी के मुताबिक गुजराती मूल की ये दोनों लड़कियां इजराइली सेना में हैं और लगातार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही हैं। ये दोनों लड़कियां कंपल्सरी मिलिट्री सर्विस के तहत इजराइल डिफेंस फोर्सेज में हुई शामिल थी। इनके पिता जीवाभाई मुलियासिया और सवदासभाई दोनों चचेरे भाई हैं। ये मुलियासिया जूनागढ़ के मनावदार तालुका के कोठाडी गांव के रहने वाले हैं। लेकिन आज से कई साल पहले इनका परिवार इजराइल में जाकर बस गया और वर्तमान में वे इजराइल की राजधानी तेल अवीव में किराना का दुकान चलाते हैं।
हमास को नहीं छोड़ेंगे : पीएम बेंजामिन
फिलीस्तीन के आतंकी संगठन हमास की ओर से लगातार इजराइल पर रॉकेटों की बारिश की जा रही है। इस पर इजरायल ने आक्रोश में आकर युद्ध का ऐलान कर दिया है। वहीं देश की सेना का कहना है कि किसी भी आतंकी को बख्शा नहीं जाएगा। बता दें कि इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि इजराइल को निशाना बनाने वाले एक भी आतंकी को छोड़ा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमास को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
ऑपरेशन अजय में होगी भारतीयों की वापसी
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने बुधवार, 11 अक्टूबर को ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि भारत ने इजराइल से सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित भारत वापस लाने के लिए ऑपरेशन अजय शुरु कर दिया है। इस बीच तेल अवीव में मौजूदा भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से जानकारी दी कि स्पेशल फ्लाइट्स से सभी भारतीयों को देश वापस लाया जाएगा। वहीं इससे पहले विदेश मंत्रालय ने बताया था कि उन्होंने इजराइली सेना और हमास के लड़ाकों में जारी संघर्ष के बीच फंसे भारतीय नागरिकों के लिए दिल्ली में कंट्रोल रुम बनाया गया है, जो कि चौबीसों घंटे काम करेगी। साथ ही सरकार ने तेल अवीव और रामल्ला के लिए एमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिससे स्थिति पर नजर रखी जा सके और सभी भारतीयों को समय-समय पर सूचना और मदद मुहैया कराई जा सके।