UDAIPUR. नृशंस हत्याकांड में मारे गए कन्हैयालाल का 29 जून को अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनकी अंत्येष्टि में भारी तादाद में लोग पहुंचे। घटना के विरोध में पूरा शहर बंद है। किसी भी हालात से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस भी तैनात की गई थी। पोस्टमॉर्टम के बाद जब उनका शव घर ले जाया गया, तो घर में कोहराम मच गया। उनकी पत्नी ने कहा कि हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए, नहीं तो ये लोग कई लोगों को मारेंगे।
राजस्थान हत्याकांड#उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल का 29 जून की दोपहर अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम यात्रा में शहर बंद के बाद भी भारी भीड़ जुटी। लोगों ने हत्यारों को फांसी दो के नारे लगाए। पूरा शहर में लगा कर्फ्यू।@ashokgehlot51 @INCRajasthan @PoliceRajasthan @UdaipurPolice #Udaipur pic.twitter.com/0I9CmD9ruS
— TheSootr (@TheSootr) June 29, 2022
हत्याकांड के दो आरोपियों गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को 28 जून को ही अरेस्ट कर लिया गया। इनके अलावा 3 अन्य लोगों को भी पुलिस ने पकड़ा है। हत्याकांड की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अपने हाथ में ले ली है और दोनों हत्यारों के खिलाफ अनलॉफुल एक्टीविटी (UAPA) एक्ट समेत आईपीसी की कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
MHA has directed the National Investigation Agency (NIA) to take over the investigation of the brutal murder of Shri Kanhaiya Lal Teli committed at Udaipur, Rajasthan yesterday.
The involvement of any organisation and international links will be thoroughly investigated.
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) June 29, 2022
परिजन को मुआवजा और नौकरी, लापरवाह ASI सस्पेंड
टेलर कन्हैयालाल साहू को 28 जून को आरोपियों ने गला रेतकर मार दिया था। परिजन ने हत्या के बाद कुछ मांग रखी थीं, जिस पर सहमति के बाद ही शव को मर्चुरी में रखने दिया गया। राजस्थान सरकार कन्हैयालाल के परिजन को 31 लाख रुपए का मुआवजा देगी। इसके साथ ही दोनों बेटों को नौकरी का भी आश्वासन दिया गया है। पूरे मामले में लापरवाही बरतने पर धानमंडी थाने के ASI भंवरलाल को सस्पेंड कर दिया गया है।
नाप देने के बहाने आए थे और गला रेत गए, राजसमंद से पकड़े गए आरोपी
दोनों आरोपी कन्हैयालाल को कपड़े का नाप देने के बहाने दुकान में घुसे थे और निर्मम तरीके से उसकी हत्या कर दी। दोनों आरोपी हत्या के बाद अपनी बाइक से भागे थे। पुलिस ने नाकाबंदी करके उन्हें 28 जून को राजसमंद से धर दबोचा।
सीएम और नेता प्रतिपक्ष क्या बोले?
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- क्या प्लान और षड़यंत्र था? किससे लिंक है? अंतरराष्ट्रीय लिंक है क्या? इन सभी बातों का खुलासा होगा। कुछ असामाजिक तत्व हैं, जब तक वे न जुड़ें तब तक ऐसी घटना नहीं होती। इस एंगल से भी जांच जारी है। उधर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी कन्हैयालाल के परिजन से मिलने उदयपुर पहुंचे। उन्होंने कहा- सरकार का इंटेलिजेंस फेल्योर है। अपराधियों में अब भय नहीं रहा।
परिजन और पुलिस के बीच विवाद
कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार को लेकर उनके परिवार और पुलिस के बीच विवाद हो गया। पुलिस ने कहा कि घर के पास ही अंतिम संस्कार कर दिया जाए। परिवार और समाज शहर के सबसे बड़े अशोक नगर श्मशान में अंतिम संस्कार की मांग कर रहे थे। हालांकि बाद में समाज की मांग पर पुलिस ने अशोक नगर श्मशान घाट पर अंत्येष्टी की मंजूरी दे दी।
सीएम ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई
सीएम अशोक गहलोत भी 3 दिन के जोधपुर दौरे को बीच में छोड़ जयपुर पहुंच गए। यहां पहुंचने के बाद सीएम ने हाईलेवल बैठक बुलाई है। इसमें प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर रिव्यू करेंगे। बैठक में सीएस, डीजीप, होम और पुलिस डिपार्टमेंट के सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे।