लखनऊ. उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मी चरम पर है। हाल ही में बीजेपी का दामन छोड़ सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य फाजिलनगर से चुनाव लड़ेंगे। 2017 में उन्होंने पडरौना से चुनाव लड़ा था और जीते थे। वहीं, सपा की ही पल्लवी पटेल सिराथू से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ मैदान में होंगी। पल्लवी की बड़ी बहन अनुप्रिया पटेल (अपना दल) मोदी सरकार में मंत्री है। उधर, बीजेपी ने योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह का टिकट काट दिया है। उनकी जगह बृजेश पाठक को लखनऊ कैंट से टिकट दिया गया है। स्वाति की जगह उनके पति दयाशंकर सिंह भी टिकट मांग रहे थे, बीजेपी ने उन्हें भी टिकट नहीं दिया।
उत्तर प्रदेश में चुनावी बयानबाजी
दो लड़कों की जोड़ी: हापुड़ में पिलखुआ के रामलीला मैदान में आयोजित प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश और जयंत चौधरी का नाम लिए बिना कहा कि दो लड़कों की जोड़ी प्रदेश में आ रही है। यह दंगा कराने की साजिश के लिए आ रही है। पिछले पांच साल से अपने बिलों में घुसे दंगाई अब बाहर आकर गर्मी दिखा रहे हैं, इनकी गर्मी 10 मार्च को पूरी तरह निकल जाएगी।
ये मान-सम्मान का चुनाव: जयंत चौधरी ने 2 फरवरी को मथुरा के बलदेव और मांट विधानसभा क्षेत्र में सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने बीजेपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज भी कसा। मुख्यमंत्री योगी के गर्मी वाले बयान पर जयंत ने पलटवार करते हुए कहा कि सभी किसान, व्यापारी, मजदूर, गरीब और युवा एकजुट होकर आने वाली 10 तारीख को योगी बाबा को कंबल देकर गोरखपुर मठ में भेजने का काम करें। किसान, युवा, मजदूर और व्यापार विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकना है। यह लड़ाई आपके शान, मान, सम्मान और स्वाभिमान की है। यह चुनाव कोई साधारण चुनाव नहीं है। यह चुनाव चौधरी चरण सिंह की विचारधारा को आगे बढ़ाने का चुनाव है।
यूपी में 7 चरणों में चुनाव: उत्तर प्रदेश में इस बार 7 चरणों में चुनाव है। 10 फरवरी को पहला और 3 मार्च को आखिरी चरण का चुनाव है। 10 मार्च को नतीजे आएंगे।