लखनऊ. लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) मामले में 9 अक्टूबर को आखिरकार मुख्य आरोपी (main accused) आशीष मिश्र (Ashish Mishra) क्राइम ब्रांच के ऑफिस पहुंच ही गए। आशीष, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे हैं। क्राइम ब्रांच ने आशीष को 11 बजे तक ऑफिस पहुंचने का समन दिया था, लेकिन वे 22 मिनट पहले 10.28 बजे ही पहुंच गए। आशीष की पेशी को लेकर पुलिस ने तगड़े इंतजाम किए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। जांच के लिए आला अफसर और स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (SIT) पहले ही क्राइम ब्रांच पहुंच चुकी है।
नेपाल भागने की खबरें थीं
क्राइम ब्रांच ने 7 अक्टूबर को भी आशीष को समन दिया था। घर पर पोस्टर चस्पा किए थे, लेकिन आशीष नहीं पहुंचे। इसके बाद 8 अक्टूबर को भी उन्हें समन दिया गया, जिसमें शनिवार यानी 9 अक्टूबर सुबह 11 बजे तक क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचने को कहा गया था, जिसकी आशीष ने तामील की। आशीष के नेपाल भागने की भी चर्चा थी। हालांकि, आशीष के पिता और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी खुद सामने आए थे। टेनी ने कहा था वो कहीं नहीं गया, सबूतों के साथ जांच टीम (Investigation Team) के सामने पेश होगा। आशीष पर आरोप है कि उसने किसानों पर गाड़ी चढ़ाई।
#WATCH Son of MoS Home Ajay Mishra Teni, Ashish Mishra arrives at Crime Branch office, Lakhimpur
He was summoned by UP Police in connection with Lakhimpur violence. pic.twitter.com/g6wMpHYOKr
— ANI UP (@ANINewsUP) October 9, 2021
पूछताछ के लिए लंबी फेहरिस्त
आशीष से पूछताछ के लिए करीब 40 सवालों की लंबी लिस्ट तैयार की गई है। उनसे पूछा जाएगा कि वे हिंसा के वक्त कहां थे? आशीष के कानूनी सलाहकार अवधेश कुमार ने कहा था कि हम नोटिस का सम्मान करेंगे और जांच में सहयोग करेंगे।
लखीमपुर में हिंसा भड़की थी
2 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसान प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान एक गाड़ी किसानों को कुचलते हुए निकली थी। इसके बाद हिंसा भड़क गई, जिसमें चार किसानों और एक पत्रकार समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर किसानों की ओर से दर्ज कराई गई FIR में आशीष पर आरोप लगाया कि किसानों पर गाड़ी चढ़ाई। पिता अजय मिश्रा टेनी ने बचाव करते हुए दावा किया था, आशीष वहां नहीं था।