LUCKNOW. यूपी में योगी सरकार मदरसों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। अब देश के कई राज्यों में भी मदरसों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इससे देश की राजनीति में सियासी भूचाल आ गया है। विपक्ष के बड़े-बड़े नेता बयानबाजी कर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। उत्तरप्रदेश में योगी सरकार शिक्षा व्यवस्था को लेकर सजग है। सरकार ने सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किए हैं कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे किया जाए। ये सर्वे कलेक्टर द्वारा बनाई गई टीम से करवाया जाएगा। इसकी रिपोर्ट एडीएम प्रशासन को सौंपी जाएगी। सर्वे टीम में एसडीएम, बीएसए और जिला अल्पसंख्यक अधिकारी शामिल होंगे।
25 अक्टूबर तक सर्वे रिपोर्ट मांगी
असम सरकार के आदेश पर बीते दिनों तीन मदरसे गिराए गए थे। इस कार्रवाई से प्रदेश सहित देश भर में बवाल मचा हुआ है। कार्रवाई के पक्ष में सरकार का कहना है कि अल कायदा से जुड़े लोगों का इन मदरसों के साथ संबंध था। असम की हिमंत बिस्वा सरमा सरकार अब तक तीन मदरसों पर बुलडोजर चला चुकी है। विपक्ष सरकार की कार्रवाई पर लगातार सवाल उठा रहा है। असम में जारी विवाद के बीच अब यूपी में योगी सरकार शिक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट दिख रही है। यूपी सरकार ने राज्य के सभी जिला अधिकारियों को गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का 5 अक्टूबर तक सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। अपर कलेक्टर के माध्यम से जिलाधिकारी को मदरसों की रिपोर्ट पेश की जाएगी। 25 अक्टूबर तक जिलाधिकारी गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की रिपोर्ट सरकार को भेजेंगे।
असम में गिराए गए तीन मदरसे
असम में टेरर लिंक के मामले में हिमंत बिस्वा सरमा की सरकार एक्शन में है। यहां अब तक अलकायदा और बांग्लादेश के आंतकी संगठन से लिंक के मामले में 37 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। असम के जोगीघोपा में एक मदरसे पर बुलडोजर चलाया गया था। मदरसे के एक मौलवी की गिरफ्तारी के बाद कार्रवाई की गई थी। मौलवी पर अलकायदा से लिंक के आरोप हैं। आरोप है कि मुफ्ती हफिजुर रहमान मदरसे में रहकर जिहादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। असम की गोलपारा पुलिस ने हाल ही में रहमान को गिरफ्तार किया था। इसके बाद बोंगईगांव प्रशासन ने मदरसे को खाली करने का नोटिस भेजा था।
असम सरकार ने इससे पहले 28 अगस्त को बारपेटा में भी एक मदरसे को गिरा दिया था। यहां के एक टीचर पर बांग्लादेशी जिहादी संगठन से लिंक का आरोप लगा था। सरकार का कहना है कि अल कायदा का टीचर मोहम्मद सुमान 2019 से जिहादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। असम में अब तक मदरसों के 37 मौलवी और टीचरों को अल कायदा से लिंक के मामले में गिरफ्तार किया था।
मदरसों में पढ़ते हैं गरीब बच्चे - AIUDF
AIUDF चीफ बदरुद्दीन अजमल ने असम सरकार के फैसले पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि मदरसों में गरीबों के बच्चों को पढ़ाया जाता है। कई मदरसों को तो 20-30 साल तक चंदा इकट्ठा करने के बाद बनाया गया है। लेकिन सरकार मदरसों पर बुलडोजर चलाकर गरीबों के बच्चों को नहीं पढ़ने दे रही है।