UDAIPUR. यहां से करीब 20 किमी दूर सापेटिया गांव में कई कारखाने चल रहे हैं। इन्हीं में से एक है एसके इंजीनियरिंग फैक्ट्री। इसमें पत्थर काटने के कटर तैयार किए जाते हैं। पत्थर काटने वाले इन्हीं हैवी मेटल से 28 जून को उदयपुर में कन्हैयालाल का गला काटा गया। आरोपी रियाज मोहम्मद और गौस मोहम्मद ने इसी फैक्ट्री में हथियार क्यों बनाया? पत्थर काटने वाले मेटल से ही खंजर क्यों तैयार किया? इस फैक्ट्री से उनका क्या संबंध है? एक अखबार के मुताबिक, फैक्ट्री में हथियार और वीडियो बनाने की बात सामने आने के बाद पुलिस तैनात कर दी गई है। फैक्ट्री में अब भी वो हैवी मेटल पड़ा है, जिससे हथियार बनाए गए।
हथियार किसने और इसी फैक्ट्री में क्यों बनाए?
ATS जांच में पता चला कि यह फैक्ट्री कन्हैया लाल के दो हत्यारों में से एक रियाज जब्बार के दोस्त शोएब की है। शोएब इस फैक्ट्री में पत्थर काटने वाली मशीनों के औजार और कटर बनाता है। यह बात रियाज अच्छे से जानता था। कन्हैया लाल की हत्या की प्लानिंग करने पर उसने सोच लिया था कि वह गला काटकर उसे मौत देगा, इसलिए वह सीधा इस फैक्ट्री में पहुंचा।
वहीं, दूसरा आरोपी गौस मोहम्मद वेल्डर है और इसी फैक्ट्री में काम करता था। उसे मेटल की अच्छी परख है और मशीनों के लिए हथियार समेत इंडस्ट्री के कई औजार बनाना जानता है। रियाज भी फैक्ट्री में आता-जाता था। काम के दौरान ही गौस मोहम्मद ने इस फैक्ट्री में आकर हथियार तैयार किए।
ATS का कहना है कि जब इस फैक्ट्री में हथियार तैयार हो रहे थे तो क्या शोएब को इस बात की जानकारी नहीं थी या शोएब ने ही फैक्ट्री में हथियार बनाने की मंजूरी दी थी? अभी इन सवालों का जवाब नहीं मिला है।
इसलिए आरोपी चाहते थे खतरनाक हथियार...
ATS जांच में इन्हीं हैवी मेटल से हथियार बनाने के कारणों का भी खुलासा हुआ है। दोनों हत्यारे चाहते थे कि हथियार इतना खतरनाक हो कि एक वार में ही कन्हैया लाल की गर्दन अलग हो जाए। यह हैवी मेटल कौन सा है, फिलहाल यह पता नहीं चल सका है। पड़ताल में सामने आया कि फैक्ट्री में पहले से कटर बनाने के लिए रॉ-मटेरियल रखा था। इस वजह से भी इन्हीं मेटल से हथियार बनाए गए। गौस मोहम्मद ने कटर रिंग से छुरे का रूप दिया और हथियार तैयार किए।
ऑफिस के अंदर ही बनाए वीडियो
फैक्ट्री के सामने ही दुकानों में शोएब ने ऑफिस बना रखा था। ऑफिस को किराए पर ले रखा था। रियाज और गौस मोहम्मद ने हथियार बनाने के बाद ऑफिस के अंदर सोफे पर बैठकर वीडियो बनाया। हत्या करने के बाद दोनों वापस ऑफिस में आए और एक और वीडियो बनाया। हथियारों को भी पास में ही रखे चारे के अंदर छुपा दिया था।
ATS दोनों को लेकर पहुंची फैक्ट्री
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) व एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) की टीमें 30 जून की सुबह रियाज और गौस मोहम्मद को लेकर फैक्ट्री में पहुंची थीं। दोनों को नकाब पहना रखा था। फैक्ट्री में चार लोग काम करते थे। दोनों को लाने के बाद इन चार लोगों से पूछताछ भी की गई। अधिकारियों ने ऑफिस से सोफे व हथियार बरामद कर लिए। फैक्ट्री में चौकीदार व आसपास के लोगों से भी पूछताछ की गई। चौकीदार ने बताया कि गौस मोहम्मद फैक्ट्री में आता था।
इस पार्टी से जुड़ा था रियाज
आरोपी मोहम्मद रियाज अत्तारी का पॉलिटिकल कनेक्शन सामने आया है। एक फोटो में वह बीजेपी के कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया के साथ नजर आ रहा है। यह फोटो 2018 की है। इसके अलावा BJP अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े एक कार्यकर्ता का एक पुराना पोस्ट भी सामने आया है। इसमें उसने रियाज को बीजेपी कार्यकर्ता बताया है। उधर, इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सवाल उठाया है, कन्हैयालाल मर्डर का मुख्य आरोपी बीजेपी कार्यकर्ता है, क्या इसी कारण केंद्र ने जल्दबाजी में एनआईए को जांच सौंपी?
बीजेपी नेता ने रियाज का माला पहनाकर किया था स्वागत
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े इरशाद चैनवाला और कार्यकर्ता मोहम्मद ताहिर के 2019 में किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट में रियाज दिख रहा है। एक फोटो में इरशाद चैनवाला रियाज को माला पहना रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर चैनवाला ने कहा कि रियाज मक्का-मदीना से उमरा करके लौटा था। तब माला पहनाकर उसका स्वागत किया गया था।
बीजेपी का कोई भी आदमी जुड़ा है तो सजा मिले
रियाज के साथ फोटो को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चा के पुराने किसी कार्यक्रम में फोटो खींचा होगा। इरशाद चैनवाला अल्पसंख्यक मोर्चा का पुराना कार्यकर्ता है। बाकी इस पूरे मामले में अगर मैं या बीजेपी का कोई भी आदमी अगर जुड़ा हुआ है या गलत है तो उसे सजा मिलनी चाहिए। उधर, अजमेर दक्षिण से बीजेपी विधायक अनिता भदेल ने रियाज का कांग्रेस से कनेक्शन होने का दावा किया। उनका कहना है आरोपी अजमेर में दंगे करना चाहते थे। इसके लिए कई वॉट्सऐप ग्रुप बनाए थे। उन्होंने दावा किया कि आरोपियों के परिवार के लोग कांग्रेस में पदाधिकारी और सदस्य हैं।