NEW DELHI. मलेशिया ने भारत से रिश्ते सुधारने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अब मलेशिया 1 दिसंबर से भारत के नागरिकों को वीजा-फ्री एंट्री देगा। आप चाहें तो 30 दिनों तक मलेशिया में रह सकेंगे। साथ ही मलेशिया में चीन के नागरिकों को भी वीजा-फ्री एंट्री मिलेगी। इस बात की जानकारी रविवार को मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने दी है।
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने रविवार (26 नवंबर) को वीजा-फ्री एंट्री को लेकर बयान जारी किया। मलेशियाई सरकार ने कहा कि मलेशिया में 1 दिसंबर से भारत और चीन के नागरिकों को वीजा-फ्री एंट्री मिलेगी। विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया कि चीन और भारत के लोगों को 30 दिनों तक मलेशिया में वीजा-फ्री रह सकते हैं। मलेशिया ने इकोनॉमिक ग्रोथ को सपोर्ट देने के लिए ऐसा किया है। लोकल न्यूज एजेंसी के अनुसार, वियतनाम के संस्कृति, खेल और पर्यटन मंत्री गुयेन वान हंग ने पर्यटन में सुधार लाने के लिए चीन और भारत जैसे प्रमुख बाजारों के लिए शॉर्ट टर्म वीजा वेवर देने को कहा है। टूरिज्म इंडस्ट्री को बूस्ट देने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
इधर चीन ने दी मलेशिया के लिए वीजा-फ्री एंट्री
चीन ने भी मलेशिया सहित छह देशों के नागरिकों को बिना वीजा के देश में एंट्री की अनुमति देगा। यह 1 दिसंबर से प्रभावी होगा और अगले साल 30 नवंबर तक चलेगा। ट्रैवलर्स 15 दिनों तक चीन में वीजा-फ्री रह सकेंगे।
भारतीयों के लिए वियतनाम भी देगा सुविधा
वियतनाम भी भारत के ट्रैवलर्स के लिए वीजा फ्री एंट्री शुरू कर सकता है। इसको लेकर छह दिन पहले खबर आई थी। अभी जर्मनी, फ्रांस, इटली, स्पेन, डेनमार्क, स्वीडन और फिनलैंड जैसे देशों के नागरिक बिना वीजा के वियतनाम में प्रवेश कर सकते हैं। अगस्त में वियतनाम ने सभी देशों के लोगों के लिए ई-वीजा जारी करना शुरू किया है। इस साल के पहले दस महीनों में वियतनाम में लगभग 1 करोड़ इंटरनेशनल विजिटर आए, जो 2022 की इसी अवधि की तुलना में 4.6 गुना ज्यादा हैं।
थाईलैंड की GDP में टूरिज्म का योगदान
थाईलैंड की टूरिज्म सेक्टर उसकी कुल GDP में लगभग 20% का योगदान देता है, लेकिन कोरोना महामारी के बाद इससे उबरने के लिए यह देश संघर्ष कर रहा है। इसी तरह श्रीलंका भी पर्यटन के क्षेत्र में पिछड़ गया है। ऐसे में श्रीलंका ने भी टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए भारत और चीन सहित सात देशों के लिए 31 मार्च 2024 तक वीजा फ्री एंट्री की घोषणा की है।
विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों की संख्या 2.1 करोड़ हुई
भारत सरकार के आंकड़ों से पता चलता है कि विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों की संख्या 2011 में 1.4 करोड़ से बढ़कर 2019 में 2.7 करोड़ पर पहुंच गई थी। फिर कोरोना महामारी के कारण दो साल तक टूरिज्म सेक्टर ठप रहा। 2022 में यह संख्या फिर से 2.1 करोड़ हो गई।