DELHI. ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-द्वितीय के निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स नए किंग बन गए हैं। अब उन्हें किंग चार्ल्स-तृतीय के नाम से जाना जाएगा। परंपरा के मुताबिक वे अपने लिए चार नाम- चार्ल्स, फिलिप, अर्थर और जॉर्ज में से किसी एक नाम को चुन सकते थे। इसके साथ ही 1952 के बाद पहली बार ऐसा होगा, जब ब्रिटेन के राष्ट्रगान का शब्द होगा गॉड सेव द किंग। इससे पहले गॉड सेव द क्वीन था। अभी चार्ल्स को अपनी ताजपोशी के लिए इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि इसकी तैयारियों में वक्त लगेगा। इससे पहले क्वीन एलिजाबेथ को भी करीब 16 महीने इंतजार करना पड़ा था।
नड्डा का छत्तीसगढ़ दौरा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 9 सितंबर को रायपुर पहुंचे। अगले साल छत्तीसगढ़, एमपी और राजस्थान में चुनाव से नड्डा का ये दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। पिछले तीन दिन से आरएसएस की समन्वय बैठक रायपुर में की जा रही है। ऐसे में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी रायपुर में हैं। रायपुर दौरे पर पहुंचे बीजपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। नड्डा ने कहा कांग्रेस की कोई विचारधारा नहीं है। पूरे छत्तीसगढ़ में विकास कार्य ठप हैं। नड्डा ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर भी निशाना साधा। नड्डा ने कहा कि भारत जोड़ो से पहले पार्टी जोड़नी चाहिए। 50-50 साल जिन लोगों ने तुम्हारी पार्टी में काम किया, वह पार्टी छोड़कर जा रहे हैं।
परिवहन प्रकोष्ठ का सम्मेलन
आज यानी 10 सितंबर को मध्यप्रदेश कांग्रेस के परिवहन प्रकोष्ठ का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन होगा। सुबह 11 बजे से कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में सम्मेलन शुरू हो जाएगा। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग के अध्यक्ष नरेन्द्रर सिंह पांधे करेंगे। इससे पहले 9 सितंबर को अनुसूचित जाति और जनजाति का भी प्रदेश स्तरीय सम्मेलन बुलाया गया था। इस दौरान पूरे प्रदेश से कार्यकर्ता भोपाल पहुंचे थे। कांग्रेस के इन कार्यकर्मों को अगले साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
पितृ पक्ष शुरू हुए
पितृ पक्ष की शुरुआत आज से यानी 10 सितंबर से हो रही है। हिन्दू धर्म में एक साल में 16 दिन अपने पितृ या पूर्वजों के लिए समर्पित किए जाते हैं। इसे पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष या कनागत कहते हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार अश्विन मास के कृष्ण पक्ष को पितृ पक्ष के रूप में मनाया जाता और पितृ पक्ष का आरंभ भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से ही हो जाता है। इस बार पितृ पक्ष 10 सितंबर से 25 सितंबर तक चलेगा। हिंदू धार्मिक शास्त्र के अनुसार यह पक्ष पूरी तरह से हमारे पूर्वजों के लिए समर्पित होता है।