दिल्ली. पिछले दो सालों से थल सेना में भर्ती रैलियों का आयोजन नहीं हुआ है। ऐसे में जो युवा सेना में भर्ती होने की चाहत रखते हैं उन्हें पिछले दो सालों से मायूसी ही हाथ लगी है। इसके पीछे की वजह सरकार ने बताई है। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने 21 मार्च को संसद में इस संबंध में जानकारी दी। संसद में भट्ट ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि कोविड महामारी के चलते 2020 और 2021 में भारतीय थल सेना में भर्ती प्रक्रिया स्थगित हुई, साथ ही उन्होंने कहा की भर्ती पर रोक नहीं लगाई गई है।
भर्ती होने पर जुट जाते बड़ी संख्या में युवा: राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में सरकार ने कहा कि भर्ती रैलियों में बड़ी संख्या में उम्मीदवार जुटते हैं। इस वजह से ऐसी भर्ती रैलियों को स्थगित कर दिया गया, ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि इस दौरान वायु सेना और नौसेना में ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया जारी रही और कर्मियों की भर्ती की गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड महामारी का प्रकोप कम हुआ है, लेकिन यह अभी समाप्त नहीं हुआ है।
इससे पहले की गई थी इतनी भर्तियां: रक्षा बलों में भर्ती के संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि 2018-19 और 2019-20 में भारतीय थल सेना में क्रमश: 53,431 और 80,572 भर्तियां की गईं। उन्होंने बताया कि 2020-21 और 2021-22 में भारतीय नौसेना में क्रमश: 2,772 और 5,547 कर्मियों की भर्ती की गई। वहीं वायुसेना में 2020-21 और 2021-22 में क्रमश: 8,423 और 4,609 कर्मियों की भर्ती की गई।