DELHI: द्रौपदी मुर्मू ने भरा नॉमिनेशन, PM और गृह मंत्री रहे प्रस्तावक; ठीक एक महीने बाद देश को मिल जाएगा नया प्रेसिडेंट

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The Sootr CG
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DELHI: द्रौपदी मुर्मू ने भरा नॉमिनेशन, PM और गृह मंत्री रहे प्रस्तावक; ठीक एक महीने बाद देश को मिल जाएगा नया प्रेसिडेंट

DELHI. झारखंड की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने 24 जून को NDA की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दर्ज किया। नामांकन की प्रक्रिया में मुर्मू के साथ PM नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह के अलावा बीजू जनता दल (BJD) और YSR कांग्रेस के नेता मौजूद थे। द्रौपदी मुर्मू ने 4 सेटों में नामांकन दाखिल किया। द्रौपदी मुर्मू की राष्ट्रपति उम्मीदवारी के लिए PM मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, ललन सिंह, पशुपति पारस, रेणु देवी और तारकिशोर प्रसाद प्रस्तावक थे। नॉमिनेशन फिल करने से पहले मुर्मू ने संसद में महात्मा गांधी, डॉ अंबेडकर और बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी।





अपोजिशन के नेताओं को कॉल कर मांगा समर्थन





द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनने के लिए विपक्षी नेताओं को फोन करके समर्थन मांगा है। मुर्मू ने शुक्रवार को कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित प्रमुख विपक्षी नेताओं को कॉल किया। नॉमिनेशन फिल करने से पहले मुर्मू ने पर्सनली सभी से बात की और समर्थन मांगा। इससे पहले 23 जून को द्रौपदी PM मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री शाह और BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिली थीं। इसके बाद मुर्मू ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के घर राष्ट्रपति पद के नॉमिनेशन के लिए प्रस्तावक और समर्थक के रूप में नॉमिनेशन फॉर्म पर साइन किए।





आंध्रा के CM का भी समर्थन





आंध्र प्रदेश के CM जगनमोहन रेड्‌डी ने 24 जून को ऐलान करते हुए द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया। ऐलान कर CM रेड्डी ने बताया उनकी पार्टी प्रेसिडेंट इलेक्शंस में NDA की कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी। CM जगन का मानना ​​है कि मुर्मू का समर्थन करना SC, ST, OBC और माइनॉरिटीज के प्रतिनिधित्व पर हमेशा जोर देने की उनकी विचारधारा से मिलता है।





मुर्मू को इन पार्टियों का भी समर्थन





ओडिशा की बीजू जनता दल (BJD) पहले ही मुर्मू के समर्थन में है। और अब मेघालय जनतांत्रिक गठबंधन (MDA) ने भी समर्थन की घोषणा की है। RSS के एक संगठन अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम ने मुर्मू के प्रेसिडेंट इलेक्शंस में कैंडिडेट बनाए जाने को ऐतिहासिक कहा। बिहार की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा का भी समर्थन मिलेगा। 



साथ ही सिक्किम CM और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के अध्यक्ष प्रेम सिंह तमांग ने भी द्रौपदी को अपना समर्थन दिया।



बिहार की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने भी समर्थन करने की घोषणा की है। रामविलास (LJP) भी मुर्मू के समर्थन में है। मजबूत समर्थन के साथ नजर आ रहीं मुर्मू ओडिशा से आनेवाली झारखंड की नौंवी राज्यपाल और ओडिशा के रायरंगपुर से विधायक रह चुकी हैं। इससे पहले BJP-BJD गठबंधन सरकार की 2002-04 तक मंत्री भी रह चुकी हैं।





नॉमिनेशन फिल करने की आखिरी तारीख 29 जून





करेंट प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होगा। और 25 जुलाई को देश को नया राष्ट्रपति मिलेगा। 15 जून से नए राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। राष्ट्रपति पद के लिए नॉमिनेशन फार्म भरने की लास्ट डेट 29 जून है। अगर चुनाव कराने की जरूरत हुई तो 18 जुलाई को ही करा दिए जाएंगे और 21 जुलाई को नतीजा आ जाएगा।





क्या देश को मिलेगा पहला आदिवासी राष्ट्रपति





देश में अब तक आदिवासी समुदाय का कोई व्यक्ति राष्ट्रपति नहीं बना है। अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनती हैं तो वे पहली आदिवासी होने के साथ ही देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति भी होंगी। इससे पहले देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल रहीं। 





मुर्मू के पास फिलहाल 52% वोट





बीजू जनता दल (बीजद) ने भी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है। अगर मुर्मू चुन ली जाती हैं तो वे राष्ट्रपति पद पर काबिज होने वाली पहली आदिवासी महिला और सबसे युवा राष्ट्रपति होंगी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विपक्षी दलों से मुर्मू का समर्थन करने की अपील की है। राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए कुल वोट 10 लाख 86 हजार 431 है। बीजद के समर्थन के बाद मुर्मू के पास 5 लाख 67 हजार (52%) वोटों का समर्थन है। इसमें बीजेपी और उनके सहयोगी दलों को 3 लाख 8 हजार वोट शामिल हैं। मुर्मू को AIADMK और YSRCP का भी समर्थन मिलने की उम्मीद है। 





ऐसा है राष्ट्रपति का इलेक्टोरल कॉलेज





लोकसभा और राज्यसभा के कुल 776 सांसद हैं, जिनके प्रत्येक का मूल्य 700 वोट है। वहीं, राज्यों के कुल 4033 विधायक हैं। संसद की आज की स्थिति में NDA के पास 440 और विपक्ष के पास 180 सांसद हैं। तृणमूल कांग्रेस के 36 सांसद विपक्षी उम्मीदवार (यशवंत सिन्हा) के समर्थन में हैं। कांग्रेस की अगुआई वाले UPA के पास 1 लाख 50 हजार से कुछ ज्यादा वोट हैं। उसे राज्यों के विधायकों से भी इतने ही वोट मिलेंगे।



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