नई दिल्ली. कोरोना (Corona) संकट के काल में मार्च 2020 में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरुआत हुई थी। इस स्कीम के तहत गरीब परिवारों के प्रति व्यक्ति को 5 किलो का मुफ्त राशन (Free Ration) मिलता है लेकिन हो सकता है कि 30 नवंबर के बाद से इस पर रोक लग जाए। 5 नवंबर को खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव सुधांशु पांडेय ने कहा कि 30 नवंबर के बाद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Prime Minister Garib Kalyan Scheme) का विस्तार करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था अब सुधार की ओर बढ़ रही है। ऐसे में पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के विस्तार का कोई प्लान नहीं है।
खाद्य तेल में गिरावट- सचिव
शुरू में यह योजना अप्रैल-जून 2020 की अवधि के लिए शुरू की गई थी, लेकिन बाद में इसे 30 नवंबर तक बढ़ा दिया गया था। वहीं, खाद्य तेल (Cooking Oil) की महंगाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि खाद्य तेल की कीमतों में काफी गिरावट देखने को मिल रही है। कई जगहों पर 20, 18, 10, 7 रुपये की तक की गिरावट देखने को मिल रही है। पाम, मूंगफली, सोयाबीन (Soybean), सूरजमुखी और सभी प्रमुख तेलों में गिरावट देखने को मिल सकती है।
ये है मुफ्त राशन का गणित
पीएमजीकेएवाई के तहत 80 करोड़ से अधिक लोगों को हर महीने 5 किलो मुफ्त गेहूं/चावल के साथ-साथ 1 किलो मुफ्त साबुत चना प्रत्येक परिवार को उपलब्ध कराया जा रहा है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत 80 करोड़ राशन कार्ड धारकों को मुफ्त राशन की पहचान की गई है। राशन की दुकानों के माध्यम से उन्हें वितरित किए जाने वाले सब्सिडी वाले अनाज के अलावा मुफ्त राशन दिया जाता है।