नई दिल्ली. संत समाज की ओर से फिर एक विवादास्पद बयान सामने आया है। और इस बार चर्चा में हैं यति नरसिंहानंद। उन्होंने अगर देश का प्रधानमंत्री मुस्लिम बन जाए तो 20 साल में देश के 50% हिंदू धर्मांतरण (Convert) कर लेंगे। 40% हिंदुओं को कत्ल कर दिया जाएगा। दिल्ली पुलिस ने नरसिंहानंद के बयान पर को लेकर 3 FIR दर्ज की हैं। बिना अनुमति कार्यक्रम कराने, प्रोग्राम आयोजक और सेव इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक प्रीत सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
नरसिंहानंद गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी हैं। वे पहले भी अपने बयानों के चलते चर्चा में रहे हैं। ताजा बयान उन्होंने 3 अप्रैल को दिल्ली के बुराड़ी मैदान में आयोजित हिंदू महापंचायत में दिया।
और क्या बोले नरसिंहानंद: एक निजाम ने कसम खाई कि जिस दिन इस देश का निजाम हमारे हाथ में होगा, हम मंदिर तोड़ेंगे और दोबारा से मस्जिद बनाएंगे। कश्मीर फाइल्स आपने देख ली होगी। कैसे कश्मीर के लोग अपना घर, अपनी जमीन, अपनी बेटियों को छोड़कर भागे। ऐसे ही तुम छोड़कर भाग जाओ और हिंद महासागर में डूबकर मर जाओ, केवल यही रास्ता है तुम्हारे पास। अगर देश का प्रधानमंत्री मुस्लिम बन गया तो 10% हिंदू अपनी बहन-बेटी उन्हें देकर रिफ्यूजी कैंपों या फिर विदेश में रहेंगे। ये हिंदू का भविष्य है।
अगर इस भविष्य को बदलना चाहते हो तो मर्द बनो। और मर्द वो होता है, जिसके हाथ में हथियार होता है। एक पतिव्रता जितना प्यार अपने मंगलसूत्र से करती है, मर्द उतना प्यार अपने हथियार से करते हैं।
यति नरसिंहानंद का विवादास्पद बयान
हिंदू महापंचायत में दिया बयान
कहा- मुस्लिम PM बना तो 20 साल में 50% हिंदू धर्म बदल लेंगे
ये भी बोले- 40% हिंदुओं का कत्ल होगा@BJP4India @INCIndia @PMOIndia @RahulGandhi @digvijaya_28 pic.twitter.com/NAMKRjSayj
— TheSootr (@TheSootr) April 4, 2022
पहले भी आए संतों के विवादास्पद बयान
कालीचरण महाराज
26 दिसंबर को कालीचरण महाराज ने रायपुर में धर्मसंसद में कहा- ‘इस्लाम का लक्ष्य राजनीति जरिए राष्ट्र पर कब्जा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था... उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था...। मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या की।’ कालीचरण महाराज के बयान पर काफी विवाद हुआ था। मध्य प्रदेश के खजुराहो से छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
तरुण मुरारी महाराज
जनवरी 2022 में कथावाचक तरुण मुरारी का वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वे कहते दिखे कि वो (गांधीजी) महात्मा नहीं है। ये असत्य बोला जा रहा है। दूसरा कहा जा रहा है राष्ट्रपति, वो राष्ट्रपिता नहीं है। इससे ज्यादा आप जानकारियां लेना चाहते हैं तो आप RTI दायर करके ले सकते हैं, वो निशुल्क दी जाती है। मैं अपनी अभिव्यक्ति की आजादी (Freedom of Speech) से कहना चाहता हूं कि दो राष्ट्र (2 nation) थ्योरी देने वाला कोई व्यक्ति है तो वो है करमचंद गांधी, जिसने भारत के 2 टुकड़े करे। जो राष्ट्र के टुकड़े कर दे, वो पिता कैसे हो सकता है? इसलिए हम इनका घोर विरोध करते हैं। ये ना तो राष्ट्रप्रेमी है, ना तो राष्ट्रपिता हैं, ना महात्मा हैं। मेरी नजर में वो देशद्रोही (Traitor) हैं। तरुण मुरारी पर नरसिंहपुर में केस दर्ज हुआ था। बाद में उन्होंने सफाई दी और कहा कि बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।
इस धर्मसंसद में भी विवाद
29 जनवरी को इसमें संत समाज की तरफ से कहा गया कि जो लोग हिंदू धर्म का सम्मान नहीं करते, उन्हें पाकिस्तान और बांग्लादेश चले जाना चाहिए। महामंडलेश्वर प्रभुदानंद महाराज ने इस्लाम को जिहादी बिल्ली और हिंदुओं को कबूतर बताया था। संत केशरी महाराज ने कहा कि 3 जगहों से फतवे जारी किए जाते हैं। भारत सरकार को इन संस्थाओं को खत्म कर देना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगतगुरु शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि हम अपने देवी-देवताओं से शिक्षा ग्रहण कर हाथों में अस्त्र शस्त्र धारण करें। रोको, टोको और ना मानने पर ठोक दो।
कौन-क्या बोला?
कांग्रेस: मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र सिंह ने कहा कि इस देश में दो मुस्लिम और एक सिख राष्ट्रपति रह चुका है तो क्या हिंदुओं का सत्यानाश हो गया। ये लोग (नरसिंहानंद जैसे बयान देने वाले) तो चाहते हैं कि इनकी चर्चा हो। वे तो शक्ल से संत नहीं लगते। बीजेपी अपराधियों को संत बनाने में जुटी है। बीजेपी वाले दुष्कर्मियों को लाल कपड़े पहनाकर घुमा रहे हैं। देश में चार शंकराचार्य हैं, इन लोगों ने 400 लोगों को जगद्गुरु बना दिया। आप धर्म की हानि कर रहे हैं या फायदा। हिंदू धर्म को दुनिया में इसलिए जानें कि उसके संत बलात्कारी हैं। चिन्मयानंद की लड़कियों से मालिश कराने की तस्वीरें लोग देख चुके हैं। हम हिंदू हैं, हिंदू धर्म के फॉलोअर हैं, लेकिन जो लोग इसमें गलत कर रहे हैं, उन पर टिप्पणी होनी चाहिए। वो शंकराचार्य, जिन्हें हमारी पद्धति ने धर्म का वाइस चांसलर बनाया, वो कुछ कहते हैं कि कांग्रेसी संत है। कौन संत कांग्रेसी है, कौन बीजेपी, इसके लिए भी उन लोगों ने संस्थाएं बना ली हैं। ये लोग धर्म का नुकसान कर रहे हैं और कोई कुछ कहने वाला नहीं है।
वरिष्ठ पत्रकार: ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन के पूर्व जनरल सेक्रेटरी एनके सिंह का कहना है कि इस तरह (यति नरसिंहानंद) के एलीमेंट हिंदू धर्म में अपवाद हैं। इनकी समझ को लेकर मुझे शक है। एक मूव चल रहा है। लुंपेनाइज्ड एग्रेसिव हिंदुत्व संघ के एजेंडे है, वरना कानून अपना काम करता। संघ इस तरह के एलीमेंट को जिस तरह प्रमोट कर रहा है, उन्हें सत्ता का प्रश्रय दिया जा रहा है, संघ ये गलती कर रहा है। ये व्यापक हिंदू समाज पसंद नहीं कर रहा। ये हिंदुओं की तासीर नहीं है। हिंदू धर्म के मूल चरित्र में भी ये नहीं है। लिहाजा किसी को कभी भी इस पर लाभ मिल पाएगा, इसमें संदेह है, बल्कि उल्टा नुकसान हो जाएगा। ये हिंदुओं की तासीर है, जब भी आप लुंपेनाइज्ड एग्रेसिव हिंदुत्व लाएंगे, वो जाति समूहों में वापस चला जाएगा।