Lucknow. उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद से प्रदेश सरकार बड़े-बड़े ऐक्शन लेने में पीछे नहीं हट रही है। इसी क्रम में योगी सरकार की ओर से मदरसों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में रमजान की छुट्टी के बाद खुल रहे सभी मदरसों (Madrasa) में राष्ट्रीय गान (National Anthem) गाया जाएगा। इसके लिए आदेश जारी हो गए हैं। यह आदेश मान्यता प्राप्त अनुदानित और गैर अनुदानित सभी मदरसे में लागू होंगे। उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार ने सभी अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों (Minority Welfare Officer) को पत्र भेजकर कहा है कि प्रत्येक मदरसे में प्रातः कक्षा शुरू होने से पूर्व दुआ के साथ राष्ट्रगान गाना अनिवार्य होगा। 12 मई से इसे अनिवार्य रूप से लागू करने के लिए कहा गया है।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने ये कहा
जानकारी के मुताबिक सभी अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को पत्र जारी कर कहा गया है कि राज्य के मान्यता प्राप्त और अनुदानित मदरसों में शैक्षिक सत्र शुरू होते ही अनिवार्य रूप से राष्ट्रगान करवाया जाए। रमजान की छुट्टियों के बाद आज से मदरसों में कक्षाएं शुरू हो रही हैं। 14 मई से मदरसा बोर्ड में परीक्षाएं भी है। जिसके लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी इसके लिए मॉनिटर भी कर रहे हैं। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी के मुताबिक राष्ट्रीय गान सभी मदरसों में किया जाएगा। इसके लिए सभी को सूचित कर दिया गया है। दानिश आजाद अंसारी (Danish Azad Ansari) ने बताया कि वार्षिक परीक्षाएं भी शुरू हो रही हैं। नए सत्र की शुरुआत हुई है तो सभी मदरसे में लोगों का आना शुरू हो गया है। बोर्ड ने सभी जिला कल्याण अधिकारियों को इसके बारे में सूचना दी है। अब सभी सरकारी गैर सरकारी अनुदानित मदरसों में दीनी दुआ के साथ मदरसों में राष्ट्रगान लगातार करवाया जाएगा।
यूपी मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं 14 मई से
यूपी मदरसा बोर्ड ( UP Madrasa Board) की परीक्षाएं 14 मई से 27 मई तक होनी तय की गई हैं। माध्यमिक स्तर तक के छात्रों के लिए अगले शैक्षणिक सत्र से हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान जैसे विषयों को अनिवार्य कर दिया जाएगा। यूपी मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष ने पहले कहा था, "इन विषयों को जोड़ने के साथ छह परीक्षा के प्रश्नपत्र अनिवार्य कर दिए जाएंगे। ये विषय अब तक वैकल्पिक थे और एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाए जाते थे। हम चाहते हैं कि हमारे छात्र मुख्यधारा का हिस्सा बनें।" इस बार वार्षिक परीक्षा के लिए कुल एक लाख 62 हजार 631 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। क्लास के हिसाब से देखें तो सेकेंडरी क्लास की परीक्षा के लिए सबसे अधिक 91 हजार 467 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।