Ludhiana. पंजाब के लुधियाना में एक मासूम बच्चे की सड़क हादसे में मौत हो गई। बच्चे को मौत के घाट उतारने वाला वाहन कोई और नहीं बल्कि पंजाब पुलिस के एसीपी का था। जिसे उनका ड्राइवर चला रहा था। घटना के बाद घायल हालत में बच्चे को वही पुलिस अधिकारी का ड्राइवर अस्पताल भी लेकर गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। वहीं ताज्जुब की बात यह है कि पुलिस बच्चे की मौत को कुदरती करार दे रही है।
फोन पर घरवालों को दी मौत की सूचना
बताया जा रहा है कि अस्पताल से पुलिस की ओर से बच्चे के घरवालों को उसकी मौत की सूचना दी गई। बता दें कि विकास नगर की गली नंबर 3 में बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान पुलिस अधिकारी की फॉर्च्यूनर गाड़ी बाहर निकली। इस दौरान ड्राइवर ने लापरवाही से गाड़ी बैक करते हुए बच्चे के ऊपर चढ़ा दी। इसके बाद चालक को बच्चे के गाड़ी के नीचे आने का आभास हुआ तो वह गाड़ी से उतरा और घायल बच्चे को डिक्की में डालकर चुपचाप अस्पताल ले गया।
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लोगों को कहा कि बिल्ली मर गई
घटनास्थल पर जब लोगों ने बिखरा हुआ खून देख ड्राइवर से पूछा तो उसने लोगों को यह कहकर बहला दिया कि गाड़ी के नीचे बिल्ली आ गई। बच्चे के परिजनों का कहना है कि उन्हें अस्पताल से फोन आया कि उनके बच्चे की मौत हो गई है। इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन जब अस्पताल पहुंचे तब जाकर उन्हें बच्चे के साथ हुई दुर्घटना का पता चला। परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद पुलिस अधिकारी ने एक बार भी घटना पर संवेदना व्यक्त नहीं की। वहीं पुलिस कह रही है कि आरोपी ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है। वहीं परिवार ने पुलिस पर मामले में लीपापोती के आरोप भी लगाए हैं।
फॉर्च्यूनर की जगह दूसरी गाड़ी जब्त की
परिजनों का आरोप है कि बच्चा पुलिस अधिकारी की फॉर्च्यूनर गाड़ी की चपेट में आया था, लेकिन पुलिस ने किसी और गाड़ी की जब्ती बना ली है। वहीं बताया जा रहा है कि परिवार पर राजीनामा करने का दबाव बनाया जा रहा है।