JAIPUR. राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) का भ्रष्टाचारियों के खिलाफ अभियान जारी है। शनिवार को एसीबी ने राजधानी जयपुर में जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) में रिश्वतखोरी का खुलासा करते हुए भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों को दबोचा है। एसीबी के बड़े एक्शन से JDA में हड़कंप मच गया।
एसीबी ने जयपुर विकास प्राधिकरण में रिश्वत लेने के मामले में एक तहसीलदार समेत सात कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार कर्मचारियों में तहसीलदार, 3 गिरदावर, एक JEN, एक पटवारी और 1 अन्य शख्स शामिल है। पकड़े गए घूसखोर अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। यह बड़ी कार्रवाई एसीबी डीजी रविप्रकाश मेहरड़ा के निर्देश पर की गई।
जयपुर में ACB का बड़ा एक्शन
दरअसल, एसीबी के पास लैंड कन्वर्जन के नाम पर रिश्वत मांगे जाने की शिकायत आई थी। शिरायत कर्ता ने बताया कि जेडीए के जोन- 9 में लैंड कन्वर्जन के एवज में उससे 13 लाख रुपए की घूस मांगी गई है। आखिर में यह सौदा डेढ़ लाख रुपए पक्का हुआ था। शिकायत कर्ता ने बताया कि उसके काम को लेकर एक साल से परेशान किया जा रहा है। यहां से वहां भटकाया जाता है।
कर्मचारी ने अंडर गारमेंट में छिपा लिए पैसे
शिकायत के सही पाए जाने के बाद एडिश्नल एसपी हिमांशु कुलदीप के नेतृत्व ने एसीबी ने कई टीमें बनाकर जयपुर विकास प्राधिकरण के जोन कार्यालय में दबिश दी। एसीबी की कार्रवाई की सूचना लगते ही पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। रिश्वत मांगने वाले कर्मचारी अपनी सीट छोड़कर भागने लगे। इस दौरान किसी ने कैश अलमारी में छिपा दिया तो किसी ने कहीं दबाया। एक कर्मचारी ने तो पैसे अपने अंडर गारमेंट में रख लिए।
एक-एक कर सभी रिश्वतखोरों को दबोचा
जोन कार्यालय में एसीबी की टीमों ने रिश्वतखोरों को एक-एक कर दबोच लिया। गिरफ्तार किए गए अधिकारी कर्मचारियों में तहसीलदार लक्ष्मीकांत गुप्ता, महिला पटवारी रुक्मणी देवी और JEN खेमराज और गिरदावर श्रीराम, रविकांत, विमला देवी, शामिल है। 7वां आरोपी गिरदावर विमला देवी का पति महेश है। कार्रवाई के दौरान टीम ने 2 लाख 50 हजार कैश बरामद किया है। साथ ही सभी सभी के मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।
20 से ज्यादा टीमों ने की कार्रवाई
एसीबी के अनुसार JDA जोन कार्यालय पर दबिश देने के लिए 20 से ज्यादा टीम गठित की गई थी। सबसे पहले महिला पटवारी रुकमणी देवी को ट्रैप किया गया था, उसके बाद अन्य 6 रिश्वतखोरों को गिरफ्तार किया। ऑफिस की कार्रवाई के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों के घरों समेत अन्य ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया है।
विभाग ने किया निलंबित
जयपुर विकास प्राधिकरण में रिश्वतखोरी के मामले में सरकार ने भी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार सभी 6 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। मामले में जोन उपायुक्त गुलाबचंद को भी सस्पेंड किया गया है। सभी को निलंबित करने का आदेश जारी किया गया है।
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