NEW DELHI. गौतम अडाणी के अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अडाणी ग्रुप को डीबी पावर के बाद एक और कंपनी के साथ डील तोड़नी पड़ी। अडाणी ग्रुप ने पीटीसी इंडिया के साथ डील करने से इनकार कर दिया है। गौतम अडाणी की नेटवर्थ 50 अरब डॉलर से नीचे आ गई है। इसलिए वे नई डील से किनारा कर रहे हैं।
हिस्सेदारी के लिए बोली ना लगाने का फैसला
अडाणी ग्रुप ने पीटीसी इंडिया में हिस्सेदारी के लिए बोली नहीं लगाने का फैसला किया है। अडाणी ग्रुप ने पहले पीटीसी इंडिया लिमिटेड में हिस्सेदारी के लिए दिलचस्पी इंटरेस्ट दिखाया था, लेकिन अब बदले हुए हालात की वजह से उन्होंने मन बदल लिया। अडाणी ग्रुप का पूरा ध्यान इस वक्त कैश बचाने पर लगा हुआ है। इसलिए वे विस्तार योजनाओं को आगे बढ़ाने का फैसला नहीं ले रहे हैं।
डीबी पावर के साथ 7 हजार करोड़ की डील तोड़ी थी
इससे पहले अडाणी पावर ने डीबी पावर के साथ 7 हजार करोड़ की डील तोड़ दी थी। पिछले साल अगस्त में इस डील की जानकारी शेयर मार्केट में दी गई थी। इसके बाद हिंडनबर्ग रिपोर्ट से हुए नुकसान के बाद अडाणी ग्रुप ने ये डील ना करने का फैसला किया। हालांकि इस पर अडाणी ग्रुप ने कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं दिया है।
कैश बचाने पर गौतम अडाणी का फोकस
अडाणी ग्रुप का पूरा फोकस इस समय कैश बचाने पर है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप का फोकस कर्ज चुकाने और लागत में कैश बचाने पर है। शेयरों में हुए नुकसान की वजह से रेवेन्यू ग्रोथ टारगेट को 40 फीसदी घटाकर करीब आधा कर दिया गया है। पीटीसी इंडिया की मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 2500 करोड़ रुपए है। इससें 16 फीसदी हिस्सेदारी की कीमत करीब 415 करोड़ रुपए हो सकती थी।
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अमीरों की लिस्ट में 25वें नंबर पर गौतम अडाणी
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद बिजनेसमैन गौतम अडाणी की मुश्किलें लगातार बढ़ी हैं। अडाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई। इसके साथ ही गौतम अडाणी दुनिया में अमीरों की लिस्ट से दूसरे नंबर से खिसकते हुए 25वें नंबर पर पहुंच गए हैं। उनकी नेटवर्थ 49.1 अरब डॉलर हो गई।