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NEW DELHI. अमूमन जब महिलाएं प्रेग्नेंट होती हैं, तो उन्हें संभलकर रहने की सलाह दी जाती है और उसमें भी जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी का समय नजदीक आता है। यह प्रिकॉशन और बढ़ते जाते हैं और आठवें माह में तो कई बार महिलाओं को पूरी तरह रेस्ट के लिए कहा जाता है। लेकिन यहां एक ऐसी जांबाज महिला की कहानी सामने आई है, जिसे अगले महीने यानी अप्रैल में बच्चे को जन्म देना है और उसने सुपर सोनिक एयरक्राफ्ट उड़ा डाला। इस दौरान उसने नौ घंटे से ज्यादा की उड़ान भरी। आइए जानते हैं वह महिला पायलट कौन है और ऐसा करने की प्रेरणा उन्हें कैसे मिली।
अमेरिकी एयरफोर्स की जांबाज पायलट लॉरेन ओल्मी
मेजर लॉरेन ओल्मी, अमेरिकी एयरफोर्स की जांबाज महिला पायलट हैं। 77वें वेपन्स स्क्वाडर्न की असिस्टेंट डायरेक्टर होने के साथ वह एक पत्नी और कुशल लीडर भी हैं। अब उन्होंने एक अनूठा इतिहास रचा है। वह अमेरिकी एयरफोर्स में पहली महिला पायलट हैं जिन्होंने प्रेग्नेंसी में सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट उड़ाया है। डायस एयरफोर्स बेस के मुताबिक, ओल्मी की कोख में पल रहे बच्चे का जन्म अगले महीने अप्रैल में होने की संभावना है। इस दौरान उसने मां के गर्भ में 9.2 घंटे की उड़ान भरी।
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पायलट बनना लॉरेन का था सपना
लॉरेन के पिता पायलट थे और वे भी अपनी जिंदगी में सिर्फ पायलट बनना चाहती थीं। यह उनका सपना था। वह प्रेग्नेंसी में भी एयरक्राफ्ट चलाते रहना चाहती थीं। लॉरेन चाहती थीं कि जब तक सबकुछ सुरक्षित है वह उड़ान भरती रहें। लॉरेन बताती हैं कि कॉकपिट से दूर होना उन्हें मंजूर नहीं था। प्रेग्नेंट होने में उन्हें यही सबसे बड़ा डर था। उन्हें लगता था कि ऐसा होने पर वह उड़ान भरने के अनुभवों को मिस करेंगी। लेकिन, जब उन्हें सर्विस में अपनी चीजों को जारी रखने का अवसर मिला तो उनकी खुशी चार गुना बढ़ गइ। यह उनके लिए सबसे अच्छी बात थी।
लॉरेन के पति भी एयरफोर्स में
लॉरेन के पति मार्क भी एयरफोर्स में हैं। मेडिकल टीम और मार्क की मदद से लॉरेन ने प्रेग्नेंसी में भी विमान उड़ाना जारी रखा। लॉरेन ने बताया कि यह बहुत निजी फैसला था। इसे मार्क और लॉरेन ने मिलकर लिया था। प्रेग्नेंसी में सुपरसोनिक प्लेन उड़ाने के साथ कई तरह के जोखिम भी थे। लेकिन, एयरफोर्स और सिविल मेडिकल डॉक्टरों के साथ परामर्श के बाद वह प्रेग्नेंसी के कुछ हफ्तों तक सुपरसोनिक प्लेन उड़ाने के लिए रेडी थीं।
मार्क और लॉरेन की ऐसे हुई मुलाकात
मार्क और लॉरेन की मुलाकात एयरफोर्स अकेडमी में हुई थी। उन्हें पिछले साल अगस्त में पता चला था कि इस साल उन्हें नए मेहमान का स्वागत करना है। मार्क कहते हैं कि लॉरेन जबरदस्त महिला हैं। वह एक शानदार पायलट होने के साथ बेहतरीन लीडर भी हैं। उन्हें खुद नहीं पता कि वह इतना सब-कुछ कैसे कर लेती हैं। उन्हें लॉरेन पर नाज है।
एयरफोर्स पॉलिसी में बदलाव से लॉरेन को मिला मौका
लॉरेन का फैसला एयरफोर्स पॉलिसी में बदलाव के बाद आया है। इसमें किसी पायलट को अपनी मर्जी से प्रेग्नेंसी के दौरान उड़ान भरने की अनुमति दी गई थी। लेफ्टिनेंट कर्नल चार्ल्स आर्मस्ट्रांग कहते हैं कि इससे महिलाओं को अपने कॅरियर में आगे बढ़ते रहने की सहूलियत मिली है। इसके जरिए वे प्रेग्नेंसी के शुरुआती दौर में भी फ्लाइट आवर्स को बढ़ा सकती हैं। यही इसका प्लस पॉइंट है। जानकारी के अनुसार, 2020 के वित्त वर्ष में अमेरिकी वायुसेना में करीब 94 फीसदी एक्टिव ड्यूटी पायलट थे। दूसरी ओर महिलाओं की संख्या सिर्फ 6 फीसदी थी। अमेरिकी एयरफोर्स इस अनुपात में सुधार लाने की लगातार कोशिश कर रहा है।