क्या बदलेगा संविधान? अबकी बार 400 पार का नारा एक खास मकसद से दिया जा रहा है। विपक्ष के आरोप हैं कि संघ के इशारे पर BJP संविधान बदलने की फिराक में है। हालांकि इस बारे खुद PM नरेंद्र मोदी भी मंच से साफ कर चुके हैं कि अगर खुद बाबा साहब अंबेडकर भी चाहें तो संविधान को नहीं बदल सकते हैं। अब इसी विवाद पर गृहमंत्री अमित शाह ने BJP का पक्ष रखा है।
शाह बोले, हमारे पास 10 साल से सत्ता
एक मीडिया समूह से चर्चा करते हुए अमित शाह ने कहा कि 10 साल से हमारे पास बहुमत है। 2014 में बीजेपी के पास 272 सीटें थीं। फिलहाल 300 से ज्यादा सीटें हैं। दोनों बार एनडीए को मिलाकर संविधान बदलने की भी ताकत है। हमने अपने बहुमत का इस्तेमाल 370 हटाने में किया, सीएए लाने में किया, तीन तलाक समाप्त करने में किया है।
बोले, सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं
संविधान से 'सेक्युलर शब्द हटाने' के दावों पर पूछे गए सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने कहा कि, सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं है। इस देश को पंथनिरपेक्ष बनाने का सबसे बड़ा आग्रह बीजेपी का है, इसलिए हम यूसीसी ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो (कांग्रेस) देश को शरिया के नाम पर चलाना चाहती है और उन्हें सेक्युलर बनने की जरूरत है। हमें नहीं हैं। हम तो कह रहे हैं कि इस देश का संविधान धर्म के आधार पर होना चाहिए।
न आरक्षण हटाएंगे, न हटाने देंगे
अपनी पार्टी बीजेपी के लिए चुनावी अभियानों में जुटे अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस जिस तरह से कहती है कि हम (बीजेपी) आरक्षण हटा देंगे। (बहुमत का इस्तेमाल) इसके लिए हम लोगों ने नहीं किया है। बीजेपी का वादा है कि न हम आरक्षण हटाएंगे और कांग्रेस हटाने चाहे तो उसे भी नहीं हटाने देंगे।