CHANDIGARH. वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह लगातार फरार है। बताया जा रहा है कि वह अब अपना हुलिया बदल चुका है। पुलिस ने उसकी 7 फोटोज जारी की हैं। अंतिम फुटेज में वह बाइक के पीछे बैठा दिख रहा है, जिसमें उसने काले रंग का चश्मा, गुलाबी रंग की पगड़ी, ग्रे रंग की पेंट और जिप्पर पहन रखा है। जिस कृपाण को वह हमेशा हाथ में पकड़े रखता था, उसे भी छोड़ चुका है। फोटो में ऐसा लग रहा है कि उसने हुलिया बदलने के लिए अपनी दाढ़ी भी छोटी कर ली है।
जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल ने अपना यह हुलिया नंगल अंबिया गांव के गुरुद्वारे में बदला। बाणा उतार यहीं उसने पेंट शर्ट भी पहनी। गुरुद्वारे से निकल वह एक जगह गया, जहां कार से उतर दो बाइक सवार उसे साथ ले गए। अभी तक पुलिस इस मामले में सभी 4 कारें जब्त कर चुकी है। इन्हीं कारों से वह भागा था। अंतिम कार ब्रेजा को भी पुलिस ने नवा किला शाहकोट में मनप्रीत मन्ना के घर से बरामद कर लिया। जिस बाइक पर वह भागा उसका नंबर PB 08 CU 8884 बताया जा रहा है। इतना ही नहीं, भगाने वाला भी उसका मीडिया एडवाइजर बताया जा रहा है।
बाइक के पीछे बैठा अमृतपाल।
अब तक 154 पकड़े गए, 450 से ज्यादा करीबी रडार पर
अमृतपाल के साथियों के अलावा भागने में उसकी मदद करने वाले 154 लोग हिरासत में लिए गए हैं। पकड़े गए आरोपियों के अलावा पुलिस अब अमृतपाल के पारिवारिक सदस्यों के बारे में भी जानकारियां जुटा रही है। पकड़े गए सभी आरोपियों को देश की अलग-अलग जेलों में भेजने की योजना है, जिसके लिए 13 जेलें चुनी जा चुकी हैं।
इधर, नेशनल इंवेस्टीदेशन एजेंसी (NIA) की टीम हथियारों, विदेशों से लिंक, फंडिंग और ISI से लिंक की जांच कर रही है। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के 458 करीबियों की पहचान कर NIA को लिस्ट सौंपी है। इन्हें ए, बी और सी कैटेगरी में बांटा गया है। ए कैटेगरी के 142 लोग हैं, जो 24 घंटे अमृतपाल के साथ रहते थे। बी कैटेगरी में 213 लोग हैं, जो फाइनेंस और संगठन का काम देखते हैं। NIA की आठ टीमें पंजाब पहुंच गई हैं और इन टीमों ने अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, गुरदासपुर, जालंधर जिलों में जांच शुरू कर दी है। इसी लिस्ट में पत्नी किरणदीप कौर भी है।
6 फाइनेंस कंपनियों से करोड़ों का ट्रांजैक्शन
जालंधर, होशियारपुर और नवांशहर की 6 फाइनेंस कंपनियों से पिछले साल 20 अगस्त से लेकर अब तक करोड़ों के ट्रांजैक्शन हुए हैं। जालंधर के दो हवाला कारोबारियों की भी आइडेंटिफाई किया गया है। इनकी तलाश जारी है। वहीं पंजाब पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस, एंटी गैंगस्टर्स टास्क फोर्स की 28 टीमें भी जांच में जुटी हैं। अब तक की जांच में सामने आया है कि अमृतपाल ने जिस आनंदपुर खालसा फौज (AKF) का गठन किया था, उसके लिए 33 बुलेटप्रूफ जैकेट खरीदी थीं। ये दिल्ली से मंगवाई थीं। इन जैकेट पर AKF का निशान भी बनाया था।
अमृतपाल को लेकर हाईकोर्ट ने उठाए सवाल
- 1. खतरा था तो पकड़ाया क्यों नहीं?