DELHI. दिल्ली में 28 साल के आफताब ने 18 मई को 27 साल की श्रद्धा का मर्डर कर दिया था और उसके शव के टुकड़े जंगल में फेंक दिए थे। इसी चर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड में 4 जनवरी को माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए रिपोर्ट आ गई। इसमें पुलिस को जंगल में मिले बाल और हड्डी के सैंपल मैच होने की पुष्टि की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ये बाल और हड्डी श्रद्धा के ही है। जांच के लिए इन्हें हैदराबाद भेजा गया था।
पिछले महीने भी एक डीएनए हुआ था मैच
स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि दिल्ली पुलिस को सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स से रिपोर्ट मिल गई है। अब इसके आगे पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। पिछले महीने भी एक डीएनए टेस्ट किया गया था, जिसमें दिल्ली के जंगलों से मिली हड्डियों का मिलान श्रद्धा के पिता से किया गया था। तब भी डीएनए मैच कर गया था।
आफताब ने 18 दिन तक रोज जंगल में शव के टुकड़े फेंके थे
आफताब और श्रद्धा दोनों लिव-इन में रहते थे। आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद उसके शव के 35 टुकड़े किए थे। फिर इन्हें रखने के लिए 300 लीटर का फ्रिज खरीदा था। आफताब 18 दिन तक रोज रात 2 बजे जंगल में शव के टुकड़े फेंकने जाता था।
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आफताब ने नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट में भी कबूली थी हत्या की बात
पिछले महीने आफताब का नार्को टेस्ट किया हुआ गया था। इसमें उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े करने की बात कबूली थी। दिल्ली में 2 घंटे तक आफताब का नार्को टेस्ट चला था। पहले आफताब ने पुलिस को गोलमोल जवाब दिए थे। टेस्ट में पूछे गए ज्यादातर सवालों के जवाब वह अंग्रेजी में दे रहा था। उसने पॉलीग्राफ टेस्ट में श्रद्धा की हत्या की बात कबूली थी।
हमले में पुलिस ने किया था आफताब का बचाव
रोहिणी एफएसएल में पॉलिग्राफ टेस्ट के लिए ले जाते वक्त आफताब पर कुछ लोगों ने हमला भी किया गया था। आफताब को ले जा रही पुलिस वैन पर रोहिणी स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल ) के बाहर 4-5 लोगों ने हमले की कोशिश की थी। इनके हाथों में तलवारें थीं। पुलिस ने इन हमलावरों से आफताब को बचाया था।