ऑस्ट्रेलिया सरकार ने एक बड़ा कदम उठाने की तैयारी की है, जिसके तहत 16 साल से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखने के लिए नए कानून लाए जाएंगे। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने घोषणा की है कि उनकी सरकार बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस आयु सीमा को लागू करने का प्रस्ताव लाएगी। आने वाले समय में, यह प्रतिबंध देश की संसद में पेश किया जाएगा। आस्ट्रेलिया में 12 महीनों के भीतर यह नया नियम लागू हो जाएगा।
नकारात्मक प्रभाव पड़ता है
सोशल मीडिया बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। इसे रोकना अब अनिवार्य हो गया है। सरकार का मानना है कि यह कानून सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अपनी ज़िम्मेदारी निभाने के लिए मजबूर करेगा, ताकि कम उम्र के बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
कानून में शामिल होंगे कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स- red box
Australia की संचार मंत्री मिशेल रोलैंड ने बताया कि नए कानून में Facebook, Instagram (Meta), TikTok (ByteDance), X (पूर्व Twitter), और संभवतः YouTube जैसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी शामिल किया जाएगा। इन सभी प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध के साथ बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा। हालाँकि, इन कंपनियों की तरफ से इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
We're making 16 years old the minimum age for social media. Here's why. pic.twitter.com/evjttbTjUB
— Anthony Albanese (@AlboMP) November 8, 2024
दुनिया के अन्य देशों में भी हो चुके हैं ऐसे प्रयास
दुनिया के कई देशों में बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर नियंत्रण के प्रयास किए गए हैं। उदाहरण के लिए, फ्रांस ने 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध का प्रस्ताव रखा था, लेकिन माता-पिता की अनुमति से इस प्रतिबंध से बचा जा सकता था। अमेरिका में भी 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए डेटा एक्सेस पर माता-पिता की सहमति की आवश्यकता होती है, जिससे टेक्नोलॉजी कंपनियों को सख्त नियमों का पालन करना होता है।
बच्चों पर सोशल मीडिया का नकारात्मक असर
आज की दुनिया में सोशल मीडिया बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह कई तरह के जोखिमों से भरा हुआ है, जिनमें प्रमुख रूप से मानसिक स्वास्थ्य पर असर, साइबरबुलिंग, और फिटनेस पर बुरा प्रभाव शामिल हैं।
मानसिक स्वास्थ्य पर असर: बच्चों पर असलियत से दूर सोशल मीडिया की दुनिया का प्रभाव मानसिक तनाव और आत्मसम्मान की कमी का कारण बन सकता है।
साइबरबुलिंग का खतरा: सोशल मीडिया बच्चों के लिए साइबरबुलिंग का एक बड़ा कारण बन सकता है। कई बच्चे इसे झेलने के लिए मानसिक रूप से मजबूत नहीं होते।
शारीरिक स्वास्थ्य पर असर: सोशल मीडिया की आदत के चलते बच्चे खेलकूद और फिजिकल एक्टिविटी से दूर हो जाते हैं, जिससे मोटापा और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।
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