भारतीय छात्रों के लिए ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करना अब काफी मुश्किल होने वाला है। दरअसल ऑस्ट्रेलिया ने इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए वीजा नियमों में कई बड़े बदलाव किए है।
नए नियम के तहत अब भारतीय छात्रों को ऑस्ट्रेलिया का वीजा मिलना पहले से मुश्किल हो गया है। ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले वीजा फीस में बड़े इजाफे का ऐलान किया था।
इसके बाद अब इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को वीजा फीस के तौर पर 710 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के बजाए 1600 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर फीस चुकानी पड़ रही है।
ऑनशोर स्टूडेंट वीजा
रिपोर्ट के मुताबिक विजिटर वीजा और स्टूडेंट वीजा होल्डर अब ऑनशोर स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि कुछ भारतीय ऑस्ट्रेलिया में टूरिस्ट वीजा लेकर आ रहे हैं। इसके बाद में वो किसी कॉलेज में दाखिला लेकर स्टडी वीजा हासिल कर लेते हैं।
क्या है ऑनशोर स्टूडेंट वीजा
ऑनशोर स्टूडेंट वीजा एक प्रकार का वीजा है जो आपको ऑस्ट्रेलिया में पहले से मौजूद रहते हुए अध्ययन करने की अनुमति देता है। ये वीजा उन छात्रों के लिए उपयोगी है जो हले से ही ऑस्ट्रेलिया में किसी अन्य वीजा पर हैं, जैसे कि पर्यटक वीजा या वर्किंग हॉलिडे वीजा और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई संस्थान में अध्ययन करने का फैसला किया है।
वीजा नियम में क्या बदलाव किए
- नए नियम के अनुसार अब इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को ज्यादा वीजा फीस चुकानी होगी। नियम लागू होने से पहले वीजा प्रोसेसिंग फीस 710 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर ( करीब 39 हजार 546 रुपए ) थी। अब इसे बढ़ाकर 1600 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर ( करीब 89 हजार 118 रुपए ) कर दी गई है।
- ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने के लिए अब स्टूडेंट्स को सेविंग अकाउंट में पहले से ज्यादा पैसे रखने होंगे। ऑस्ट्रेलियाई वीजा के लिए क्वालीफाई करने के लिए कम से कम करीब 16.2 लाख रुपए की बचत दिखानी होगी।
- इसी के साथ वीजा के लिए होने वाले लैंग्वेज टेस्ट IELTS में अब सिर्फ पास होने से काम नहीं चलेगा। अच्छे नंबर लाने जरूरी हैं। टेंपरेरी ग्रेजुएट वीजा के लिए पहले 6.0 स्कोर लाना जरूरी थी। इसे अब बढ़ाकर 6.5 कर दिया गया है।
- टेंपरेरी ग्रेजुएट वीजा यानी TGV की उम्र कम कर दी गई है. नए नियम के अनुसार, इसे अब 35 साल कर दिया गया है। पहले उम्र सीमा 50 साल हुआ करती थी।
कितने छात्र ऑस्ट्रेलिया में
जानकारी के मुताबिक सत्र 2023-24 के लिए ऑस्ट्रेलिया में पिछले साल के मुकाबले 36 हजार से ज्यादा आवेदन आए थे। इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या 2022- 23 में 30 हजार से बढ़कर 1 लाख 50 हजार से ज्यादा हो गई है।
साल 2022 में ऑस्ट्रेलिया के अलग- अलग संस्थानों में कुल मिलाकर एक लाख से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ रहे थे, लेकिन एक साल के अंदर ही यानी साल 2023 में ये संख्या बढ़कर 1.22 लाख पहुंच गई थी।
ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा नियमों की कड़ाई के बाद भारतीय छात्रों के लिए अब देश में पढ़ाई करना और महंगा हो जाएगा। जनगणना के अनुसार ऑस्ट्रेलिया में 9 लाख 76 हजार भारतीय रहते हैं।
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