इस देश में सेक्स वर्कर को मिलेगी मैटरनिटी लीव, स्वास्थ्य बीमा और पेंशन

बेल्जियम ने सेक्स वर्कर्स को मैटरनिटी लीव और पेंशन देने का ऐतिहासिक फैसला लिया, जिससे उनकी जिंदगी में सुधार होगा। बेल्जियम ने सेक्स वर्क को लीगल बनाने का निर्णय 2022 में लिया था, जब देश में इस मुद्दे पर बड़े प्रदर्शन हुए थे। 

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Sandeep Kumar
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दुनिया में सेक्स वर्कर को अक्सर नकारात्मक दृष्टि से देखा जाता है, लेकिन बेल्जियम ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए इन महिलाओं को सम्मान और अधिकार दिए हैं। 2022 में इस देश ने सेक्स वर्क को कानूनी मान्यता दी और अब सेक्स वर्कर्स को मैटरनिटी लीव और पेंशन जैसी सुविधाएं मिलेंगी। यह कदम न केवल उनके जीवन को आसान बनाएगा, बल्कि समाज में इनकी स्थिति में सुधार करेगा।

कानून से पहले सेक्स वर्कर्स की स्थिति

बेल्जियम में सेक्स वर्कर्स को पहले कोई कानूनी अधिकार नहीं थे। सोफी जैसी सेक्स वर्कर्स ने बताया कि गर्भवती होने पर भी काम करना उनकी मजबूरी थी, क्योंकि बिना काम किए उनकी आय नहीं होती थी। इस नए कानून ने उनके लिए जीवन को थोड़ा आसान बना दिया है।

सेक्स वर्कर्स को मिल रहे नए अधिकार

अब सेक्स वर्कर्स को वर्क कॉन्ट्रैक्ट, स्वास्थ्य बीमा, पेंशन, मैटरनिटी लीव और सिक लीव जैसी सुविधाएं मिलेंगी। यह कदम उन महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है जो इस पेशे में काम करती हैं और जिनके पास कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं होती थी।

बेल्जियम का ऐतिहासिक निर्णय

बेल्जियम ने सेक्स वर्क को लीगल बनाने का निर्णय 2022 में लिया था, जब देश में इस मुद्दे पर बड़े प्रदर्शन हुए थे। इस फैसले ने सेक्स वर्कर्स को कानूनी मान्यता दी और अब वे बाकी कर्मचारियों की तरह अधिकारों का लाभ उठा सकेंगी।

कानूनी बदलावों पर आलोचना और समर्थन

जहां एक ओर इस फैसले को मानवाधिकार संगठन ने सराहा है, वहीं दूसरी ओर कुछ आलोचक इसे सेक्स वर्क के शोषण को बढ़ावा देने वाला मानते हैं। इसके बावजूद, यह कदम एक बड़ी सामाजिक और कानूनी लड़ाई का परिणाम है, जो इन महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करता है।

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