सोमवार यानी आज 23 दिसंबर को राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) की प्रधान पीठ ने रेडियो मिर्ची, ऑरेंज एफएम और अन्य द्वारा दायर याचिकाओं को खारिज करते हुए सफायर मीडिया लिमिटेड को 92.7 बिग एफएम के 58 रेडियो स्टेशनों के अधिग्रहण की मंजूरी दे दी। यह निर्णय देश के रेडियो नेटवर्क पर बड़ा प्रभाव डालने वाला है।
एनसीएलएटी का ऐतिहासिक निर्णय
प्रधान पीठ में न्यायमूर्ति अशोक भूषण और सदस्य बरुण मित्रा ने इस मामले पर सुनवाई की। उन्होंने एनसीएलटी के 6 मई 2024 के आदेश को बरकरार रखते हुए कहा कि इसमें हस्तक्षेप की कोई आवश्यकता नहीं है।
इससे पहले, एनसीएलटी की सदस्य मधु सिन्हा और रीता कोहली ने सफायर मीडिया की समाधान योजना को मंजूरी दी थी।
भारत का सबसे बड़ा रेडियो नेटवर्क
92.7 बिग एफएम अपने 58 रेडियो स्टेशनों के माध्यम से देश के 1,200 कस्बों और 50,000 से अधिक गांवों तक पहुंच रखता है। सफायर मीडिया द्वारा इसका अधिग्रहण देशभर में कंपनी की उपस्थिति को और मजबूत करेगा।
सफायर मीडिया का विस्तार
सफायर मीडिया लिमिटेड, जो आदित्य वशिष्ठ और साहिल मंगला के नेतृत्व में संचालित है, न केवल रेडियो के क्षेत्र में बल्कि India Daily नामक राष्ट्रीय हिंदी समाचार चैनल और बड़ी आउटडोर विज्ञापन कंपनियों के संचालन में भी सक्रिय है। इस अधिग्रहण के साथ, सफायर मीडिया देश के सबसे बड़े रेडियो नेटवर्क का संचालन करेगी।
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रेडियो इंडस्ट्री के लिए नई शुरुआत
यह अधिग्रहण भारतीय रेडियो उद्योग में एक नई दिशा की शुरुआत करेगा, जिससे सफायर मीडिया का प्रभुत्व बढ़ेगा और यह अखिल भारतीय स्तर पर अपनी सेवाओं को और व्यापक बना सकेगा। सफायर मीडिया का यह कदम न केवल रेडियो प्रसारण के क्षेत्र में नए आयाम खोलेगा, बल्कि दर्शकों और विज्ञापनदाताओं के लिए भी नई संभावनाएं लाएगा।
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