NEW DELHI. ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटना ने जाहिर तौर रेलवे के सुरक्षा संसाधनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसको लेकर विपक्ष भी खासा हमलावर है। अब कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला किया है। कांग्रेस ने कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि रेलवे सुरक्षा की राशि को केंद्र सरकार ने क्रॉकरी, कार किराया, फर्नीचर, लैपटॉप और मसाजर पर खर्च किए गए।
रेलवे के फंड से बना दिए बागीचे
कांग्रेस ने सरकार पर रेलवे की सुरक्षा की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सुरक्षा निधि के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्विटर पर कहा कि इस तरह रेलवे सुरक्षा के लिए विशेष रूप से धन का उपयोग किया गया। नरेंद्र मोदी सरकार ने साल 2017 में रेलवे सुरक्षा को बेहतर करने के लिए जो विशेष फंड बनाया था उसका इस्तेमाल फुट मसाजर, क्रॉकरी, बिजली के उपकरण, फर्नीचर, विंटर जैकेट, कंप्यूटर और स्वचलित सीढ़ियां खरीदने में किया गया था। इसके अलावा इस फंड से बागीचे बनाए गए और तिरंगा झंडा भी लगाया गया। दिसंबर 2022 में पेश की गई सीएजी की एक रिपोर्ट में ये तथ्य सामने आए हैं।
‘खर्च की गलत बुकिंग’
कैग की रिपोर्ट में 11,464 वाउचरों का दिसंबर 2017, मार्च 2019, सितंबर 2019 और जनवरी 2021 में औचक निरीक्षण किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा फंड के तहत 48.21 करोड़ रुपये के ‘खर्च की गलत बुकिंग’ दिखाई गई है।
2017-2018 के बीच सुरक्षा उपायों पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च
मार्च 2021 की कैग रिपोर्ट के निष्कर्षों का हवाला देते हुए, उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष (आरआरएसके) के फंड का दुरुपयोग कर क्रॉकरी, कार रेंटल, फुट मसाजर, फर्नीचर और लैपटॉप पर खर्च किए। आधिकारिक दस्तावेज के मुताबिक, रेलवे 2017-2018 के बीच सुरक्षा उपायों पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च किए।
रेलवे जल्द देगी कांग्रेस को जवाब
सरकारी सूत्रों के मुताबिक रेलवे जल्द ही कैग रिपोर्ट के हवाले से कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे के सरकार पर हमले का जल्द ही जवाब देगा, वहीं खड़गे ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के सभी खोखले सुरक्षा दावों की पोल खुल गई है।
कांग्रेस के बड़े आरोप : रेल सुरक्षा कोष के लिए धन में 79% की भारी कमी की गई
खरगे ने पत्र के माध्यम से पूछा 'भारतीय रेलवे में पटरी से उतरना' शीर्षक वाली कैग रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष के लिए धन में 79 प्रतिशत की भारी कमी की गई है। बजट प्रस्तुति के दौरान दावा किया गया था कि लगभग 20,000 करोड़ रुपये सालाना उपलब्ध होंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया था, खड़गे ने कहा और पूछा कि ट्रैक नवीनीकरण कार्य के लिए आवश्यक धनराशि क्यों आवंटित नहीं की गई थी।