छपरा में 126 अरेस्ट, थाने से गायब हुए स्प्रिट कंटेनर, पीड़ित परिवारों ने पूछा- पीने वाला मरेगा, क्या बेचने वालों पर कार्रवाई होगी?

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Atul Tiwari
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छपरा में 126 अरेस्ट, थाने से गायब हुए स्प्रिट कंटेनर, पीड़ित परिवारों ने पूछा- पीने वाला मरेगा, क्या बेचने वालों पर कार्रवाई होगी?

PATNA. बिहार के छपरा (सारण) में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या का आंकड़ा 53 पहुंच चुका है। छपरा के बहरौली गांव में जहरीली शराब पीने के चलते एक साथ 11 लोगों की मौत हो गई थी। अब पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। 126 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 4 हजार लीटर से अधिक अवैध शराब भी जब्त की गई है और जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छपरा थाने में रखा स्प्रिट गायब हो गया। शक है कि इसी से शराब बनाई गई थी।



कई गांवों में मातम पसरा, किसी ने बेटा खोया तो किसी ने पिता



छपरा में जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों में इसुआपुर और मसरख के कई लोग हैं। जहरीली शराब से मरने वालों में सबसे ज्यादा बहरौली गांव के लोग हैं। अब तक यहां 11 लोगों की मौत जहरीली शराब से हो गई है। गांव में हर तरफ सिर्फ चीख पुकार मची है. कई घरों में मातम छाया है. किसी ने अपना बेटा खोया, तो कई बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। यहां रहने वाला रूपेश गुजरात के सूरत में काम करता था। पिछले दिनों ही गांव आया था। उसकी दो छोटी बेटियां और 11 महीने का एक बेटा है। परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि 13 दिसंबर की शाम रूपेश और गांव के कई और लोग मसरख से शराब पीकर वापस आए थे, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। बाद में मौत हो गई।  



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नीतीश सरकार ने 6 साल पहले शराबबंदी की थी



बिहार में 2016 में नीतीश सरकार ने शराब की बिक्री और सेवन पर बैन लगाया था। शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब से मौत के मामले में नीतीश सरकार बैकफुट पर है। बीजेपी सड़क से लेकर विधानसभा और संसद तक इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर निशाना साध रही है। पुलिस की कार्रवाई पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। अभी तक ये पता नहीं चला है कि मामले में मुख्य आरोपी कौन है। पुलिस ने जिन 126 लोगों को गिरफ्तार किया है, क्या उनमें से किसी का जहरीली शराब से मौतों के इस ताजे मामले में कोई संबंध भी है या नहीं। जिले के एसपी का कहना है कि मामले की जांच चल रही है, ज्यादा खुलासा करने पर जांच में बाधा आ सकती है। 



जहरीली शराब से मौत के मामले में चौंकाने वाला खुलासा- अवैध स्प्रिट चोरी कर बेची गई



जहरीली शराब से हो रहीं मौतों के बीच चौंकाने वाली खबर सामने आई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि थाने में रखी अवैध स्प्रिट चोरी करके शराब कारोबारियों को बेची गई। ग्रामीणों में चर्चा है कि कुछ महीने पहले मसरख थाना पुलिस ने भारी मात्रा में स्प्रिट जब्त की थी. इन्हीं में से 210 लीटर स्प्रिट से भरा एक ड्रम थाना परिसर से गायब है। ग्रामीणों ने दबी जुबान मसरख थाने के चौकीदारों पर ड्रम चोरी कर शराब माफिया को बेचने का आरोप लगाया। 



जो शराब पिएगा, वो मरेगा- नीतीश कुमार



जहरीली शराब से मौतों के बीच नीतीश कुमार का एक बयान भी चर्चा में है। नीतीश कुमार ने 15 दिसंबर को कहा कि जो नकली शराब पिएगा वह तो मरेगा ही, लोगों को खुद ही सचेत रहना होगा। कुछ लोगों का क्या कर सकते हैं, कुछ लोग गलती करते ही हैं। जब बिहार में शराबबंदी नहीं थी, तब भी लोग नकली शराब पीकर मर जाते थे। यहां तक कि अन्य राज्यों में भी ऐसी घटनाएं होती हैं। लोगों को सचेत रहना चाहिए। बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में करोड़ों लोग शराब पीते हैं क्या ये सब मर जाएं? वहीं, पीड़ित परिवारों ने कहा कि अगर पीने वाले मर जाएं तो क्या बेचने वालों पर कार्रवाई होगी?


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