New Delhi. बात 1996 के आम चुनावों की है, बीजेपी सिंगल लार्जेस्ट पार्टी के रूप में उभरी लेकिन बीजेपी के कद्दावर नेता अटल बिहारी वाजपेयी सबसे कम 13 दिनों के लिए ही प्रधानमंत्री बन पाए। प्रधानमंत्री की कुर्सी संयुक्त मोर्चा के एच डी देवगौड़ा को कांग्रेस के समर्थन से प्राप्त हो गई। जिसके बाद यह मान लिया गया था कि भारत में अब किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलना असंभव है। तब कांग्रेस के समर्थन वापस खींच लेने से 1998 में मध्यावधि चुनावों की घोषणा हो गई। इस बार बीजेपी ने चुनाव मैदान में उतरने से पूर्व ही छोटे और क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन बनाया, जिसका नाम एनडीए पड़ा। आज एनडीए को अस्तित्व में आए 25 साल पूरे हो रहे हैं।
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16 दलों के गठजोड़ से बना था राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन
बीजेपी के अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने 16 छोटे और मंझौले दलों के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की स्थापना की। एनडीए के गठन से पूर्व ही शिवसेना, अकाली दल और समता पार्टी बीजेपी के साथ चुनाव लड़ चुकी थीं। उनके अलावा बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस, एआईएडीएमके, बीजू जनता दल और तेलगूदेशम पार्टी को भी अपने साथ एनडीए की छांव में बुला लिया। इनके अलावा और भी कई छोटे दलों को एनडीए में शामिल कराया गया।
अटल बिहारी वाजपेयी बने पहले चेयरमैन
1998 में बीजेपी अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में चुनाव मैदान में उतरी थी। इसलिए एनडीए के चेयरमैन के पद पर उन्हें ही बैठाया गया। वहीं समता पार्टी के अध्यक्ष जॉर्ज फर्नांडिस को एनडीए का संयोजक बनाया गया। इसके बाद साल 2004 से 2014 तक लालकृष्ण आडवाणी ने एनडीए के चेयरमैन का पद संभाला। वहीं जद यू के शरद यादव भी लंबे समय तक इसके संयोजक के पद पर रहे। वर्तमान में अमित शाह एनडीए के चेयरमैन हैं, उधर संयोजक का पद लंबे समय से खाली पड़ा हुआ है।
2014 के बाद आए बड़े बदलाव
साल 2014 में जब बीजेपी पूर्ण बहुमत के दम पर सरकार में आई, तबसे अब तक एनडीए का कुनबा लगातार छोटा होता जा रहा है। 2013 में चुनाव से पहले इसमें 23 दल शामिल थे। उसके बाद तेलगू देशम, शिवसेना, अकाली दल जैसी पार्टियां अलग हो चुकी हैं। जनता दल यूनाइटेड कभी एनडीए के अंदर कभी बाहर होती रही है। वहीं पूर्वोत्तर के अनेक दल एनडीए का हिस्सा बन चुके हैं। वर्तमान में एनडीए में बीजेपी के अलावा, शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट, लोक जनशक्ति पार्टी, अपना दल, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया और पूर्वोत्तर के दल शामिल हैं।