NEW DELHI. दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला पहलवानों का 14वें दिन भी धरना जारी रहा। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवान धरना जारी रखे हुए हैं। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बृजभूषण सिंह के खिलाफ सेक्सुआल हैरेसमेंट और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में दो एफआईआर हुई हैं। शनिवार (6 मई) को पहलवानों ने बताया कि बृजभूषण पर गलत ढंग से बॉडी को टच करता था। उन्होंने बताया कि वो सांस लेने के तरीके बताने के बहाने जांघ, पेट और छाती को छूता था और कई बार जोर से गले लगता था।
दो पहलवानों ने कहा- गलत तरीके से छुआ जाता था
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, महिला पहलवानों ने एफआईआर में जानकारी दी है कि किस तरह बृजभूषण शरण सिंह उनका शोषण किया करते थे। सात महिला पहलवानों में से दो ने बताया कि उन्हें गलत तरीके से छुआ जाता था। उधर, बृजभूषण प्रारंभ से ही अपने ऊपर लगे आरोपों से साफ इनकार करते रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें कोर्ट और पुलिस पर पूरा भरोसा है। उनका आरोप है कि इस सबके पीछे एक बिजनेसमैन का हाथ है।
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बृजभूषण के व्यवहार के कारण रातभर सो नहीं पाई थी रेसलर
महिला पहलवानों ने एफआईआर में बताया कि जब भी सांस लेने के तरीके के बारे में बृजभूषण उन्हें बताते थे तो गलत तरीके से जांघ, पेट और छाती को छूते थे। वह हमेशा ऐसा करने के लिए सांस लेने के तरीके के बारे में जानकारी देने का बहाना बनाते थे। रिपोर्ट में एक महिला पहलवान ने यह भी जानकारी दी कि 2016 में टूर्नामेंट के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने एक रेस्तरां में उसकी छाती और पेट को गलत तरीके से छुआ था। इससे वह काफी डर गई और रातभर सो नहीं सकी।
प्रतियोगिता के दौरान करते थे हरकत
एक और महिला पहलवान ने बताया कि इसी तरीके की हरकत उसके साथ एक प्रतियोगिता के दौरान हुई। वहीं एक अन्य महिला पहलवान ने आरोप लगाया कि 2018 में एक बार उन्होंने उसे इतनी जोर से गले लगाया कि वह उसकी छाती के बहुत करीब थे। पुलिस ने महिला पहलवानों द्वारा एफआईआर दर्ज करने के बाद इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
न्याय नहीं मिला तो लौटाएंगे पद्मश्री और खेल रत्न
पहलवान यह पहले ही साफ कर चुके हैं कि उनका धरना जारी रहेगा। उनकी मांग अभी भी वही है कि जब तक बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक वे जंतर-मंतर पर धरना देते रहेंगे। अगर उन्हें कहीं से न्याय नहीं मिला तो वे अपने ओलंपिक, एशियाई खेलों के पदक और पुरस्कार सरकार को वापस लौटा देंगे। इन पुरस्कारों में बजरंग और साक्षी मलिक को मिला देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री भी शामिल है। बजरंग, साक्षी मलिक और विनेश तीनों को देश का सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न मिल चुका है।