SHIVPURI. ग्वालियर से शाजापुर के लिए जा रही एक बस पलटने से उसमें सवार एक छात्र और ड्राइवर की मौत हो गई है और 25 बच्चे घायल हो गए हैं। ये बच्चे नर्मदापुरम के थे जो शाजापुर में 'वनवासी लीला' (गौंडी रामायणी) करने जा रहे थे। घटना देहात थाना क्षेत्र के बांसखेड़ी गांव के पास फोरलेन हाईवे पर सुबह 5 बजे हुई। बस के आगे चल रहे ट्रक का टायर फट गया था, जिससे ट्रक लहराने लगा और पीछे से आ रही बस उससे टकरा गई। दोनों में टक्कर होते ही बस पलट कर सड़क से नीचे आ गई। जब दुर्घटना हुई तो बस में कुल 50 लोग सवार थे। इनमें 40 बच्चे और 10 टीचर शामिल हैं, बस 36 सीटर थी।
बच्चे तीन प्रस्तुतियां दे चुके थे, वे ग्वालियर में प्रस्तुति देने के बाद शाजापुर के लिए जा रहे थे। उनकी चौथी प्रस्तुति शाजापुर में थी। इससे पहले उन्होंने नीमच, मंदसौर में प्रस्तुति दी थी। यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग की ओर से विभिन्न जिलों में आयोजित किया जा रहा है।
ड्राइवर को लगी होगी झपकी
घटना के बारे में पुलिस का कहना है कि ड्रायवर को झपकी लगी होगी जिसके कारण वह बस से नियंत्रण खो बैठा और उसे कंट्रोल नहीं कर सका। कोतवाली थाना प्रभारी अमित भदौरिया का कहना है कि बच्चे वनवासी लीला कार्यक्रम के लिए टूर पर निकले थे। रविवार रात करीब 1:30 ग्वालियर में प्रस्तुति देकर वे शाजापुर के लिए निकले थे। हादसे में ड्राइवर करण यादव और छात्र अमन की मौत मौके पर ही हो गई। घटना पर जिले के एसपी रघुवंश सिंह ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एम्बुलेंस भेज दी गई थी। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, दो छात्रों की हालत गंभीर है।
छात्र बोले ट्रक का टायर फट गया था
हादसे के बाद छात्रों ने कहा कि उनकी बस के आगे चल रहे ट्रक का टायर फट गया था। ट्रक अनियंत्रित हो गया तो बस उसमें टकरा गई। छात्र 11 दिन के टूर पर थे। उन्होंने बताया कि शो ज्यादा दूर होने पर ब्रेक मिलता है, पास के जिले होने पर अगले दिन कार्यक्रम कर लिया जाता था।
वहीं, शो के कोरियोग्राफर योगेश शर्मा ने कहा कि बस की हालत ठीक नहीं थी। ग्वालियर से निकलने के बाद बस रास्ते में खराब हो गई थी। स्टाफ ने उसे किसी तरह ठीक किया। रात में भी बच्चों और स्टाफ को परेशान होना पड़ा था।