नई दिल्ली. देश में लोकसभा चुनाव के बीच नागरिकता संशोधन कानून ( CAA ) के तहत पहली बार 14 लोगों को भारत की नागरिकता दी गई ( refugees got Indian citizenship ) है। बुधवार यानी 15 मई को गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। केंद्र सरकार ने 11 मार्च 2024 को CAA देशभर में लागू किया था। अब 14 लोगों को CAA के सर्टिफिकेट जारी कर दिए गए हैं।
कानून लागू होने के 65 दिन बाद नागरिकता
इसी के साथ अब बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और अफगानिस्तान से प्रताड़ित गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारत की नागरिकता देने की प्रोसेस शुरू हो गई है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार ने 11 मार्च 2024 को CAA लागू किया था। इसके 65 दिन बाद अब 14 शरणार्थियों को भारत की नागरिकता प्रदान की गई है।
2016 में लोकसभा में पास, राज्यसभा में अटका
2016 में सबसे पहले लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश किया गया था, तब यह पास भी हो गया, पर राज्यसभा में मामला अटक गया था। फिर बिल को संसदीय समिति के पास भेजा गया था। तब तक देश में चुनाव आ गए थे। 2019 में दोबारा चुनाव के बाद नई सरकार बनी तो दिसंबर 2019 में इसे लोकसभा के पटल पर लाया गया था। यहां से बिल लोकसभा और राज्यसभा से पास हो गया था। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद 10 जनवरी 2020 से ये कानून बन गया था, लेकिन इसकी अधिसूचना इस साल 11 मार्च को जारी की गई।
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सवाल: किसे मिलेगी नागरिकता?
जवाब: इसके लिए देश चिह्नित हैं। 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के नागरिकों को भारतीय की नागरिकता दी जाएगी।
सवाल: क्या इससे भारत के लोगों पर कोई असर पड़ेगा?
जवाब: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) से भारतीयों का कोई लेना—देना ही नहीं है। यह तो शरणार्थियों के लिए है। संविधान के तहत भारतीयों को तो पहले से ही नागरिकता मिली है। CAA या कोई कानून इसे नहीं छीन सकता।
सीएए लागू होने के बाद कितने लोगों को भारत की नागरिकता मिली CAA में पहली बार 14 शरणार्थियों को मिली भारत की नागरिकता