हजारों फर्जी लाइसेंस जारी किएॉ
आरोप है कि 2012 और 2016 के बीच जम्मू कश्मीर के विभिन्न जिलों के कमिश्नर्स ने पैसों की लालच में फर्जी और अवैध रूप से हथियार लाइसेंस जारी किए। चौधरी 2009 बैच के IAS अधिकारी हैं। वह कठुआ, रियासी राजौरी और उधमपुर जिलों के कमिश्नर के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों को फर्जी नामों पर हजारों लाइसेंस जारी किए।
2 लाख से अधिक लाइसेंस जारी किए
रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 के बाद से जम्मू- कश्मीर में अवैध रूप से 2 लाख से अधिक बंदूक लाइसेंस जारी किए गए हैं। पिछले साल इस मामले में IAS अधिकारी रंजन समेत दो अधिकारियों को CBI ने गिरफ्तार किया था। रंजन और इतरत हुसैन रफीकी ने कुपवाड़ा जिले के कमिश्नर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कथित रूप से कई अवैध लाइसेंस जारी किए।