NEW DELHI. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने असम के एक पूर्व महाप्रबंधक समेत बीएसएनएल के 21 अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सीबीआई की ओर से 16 जून को जारी एक बयान के अनुसार बीएसएनएल, असम सर्किल, गुवाहाटी की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई।
सीबीआई ने बताया कि शिकायत में आरोप लगाया गया कि लोकसेवकों ने ठेकेदार और अन्य के साथ साजिश रचकर ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के टेंडर की शर्तों का उल्लंघन किया। इससे बीएसएनएल को 22 करोड़ रुपये की चपत लगी। हाल ही में सीबीआई में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और हरियाणा राज्यों में आरोपियों के कार्यालयों और आवासीय परिसरों समेत 25 स्थानों पर 16 जून को छापा मारकर तलाशी ली गई, जिसमें भ्रष्टाचार से जुड़ी सामग्री बरामद हुई है। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
एक पूर्व जीएम, डिप्टी जीएम और असिस्टेंट जीएम आरोपी
एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने जोरहाट, शिवसागर, गुवाहाटी और अन्य स्थानों पर एक पूर्व महाप्रबंधक (जीएम), उप महाप्रबंधक (डिप्टी जीएम), सहायक महाप्रबंधक (असि. जीएम) और मुख्य लेखा अधिकारी सहित बीएसएनएल असम सर्किल के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। केस में एक निजी व्यक्ति के नाम का भी उल्लेख है।
90,000 रुपए प्रति किमी की दर से दे दिया काम
सीबीआई के एक प्रवक्ता के मुताबिक, आरोप लगाया गया है कि ठेकेदार को ओपन ट्रेंचिंग पद्धति के जरिए राष्ट्रीय ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क केबल बिछाने के लिए 90,000 रुपए प्रति किमी की दर से काम करने का आदेश दिया गया था। इससे बीएसएनएल को करीब 22 करोड़ रुपए की चपत लग गई।