Kolkata. पश्चिम बंगाल के टीएमसी नेता और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को सीबीआई ने 20 मई को पूछताछ के लिए समन भेजा है। सीबीआई का नोटिस मिलने के बाद अभिषेक ने अपने जनसंपर्क अभियान को अस्थाई तौर पर रोक दिया है। अभिषेक ने बताया कि उन्हें एजेंसी ने कल सुबह 11 बजे बुलाया है, इसलिए वे कोलकाता लौट रहे हैं।
जांच में करेंगे सहयोग
अभिषेक बनर्जी ने कहा है कि उनके मन में न्यायपालिका के प्रति सम्मान है। वे बोले कि जांच एजेंसियों का सहयोग करने में कोई समस्या नहीं है। इससे पहले भी केंद्रीय एजेंसियां मुझसे पूछताछ कर चुकी हैं, उस वक्त भी उनका पूरा सहयोग किया था।
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सबूत है तो करो गिरफ्तार
टीएमसी नेता अभिषेक को बांकुड़ा में एक रैली संबोधित करनी थी लेकिन समन की जानकारी लगने के बाद वे कोलकाता रवाना हो गए। बांकुड़ा में उन्होंने कहा कि मतदाताओं के अलावा मैंने किसी के आगे सिर नहीं झुकाया है। अगर मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत हैं तो सीबीआई मुझे गिरफ्तार करे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वे चाहते हैं कि यह जनसंपर्क अभियान बंद हो जाए इसलिए मुझे तलब किया है। बता दें कि अभिषेक को समन मिलने के बाद अभिषेक की जगह अब ममता बनर्जी इस रैली को संबोधित करेंगी।
यह था शिक्षक भर्ती घोटाला
बंगाल में हुआ यह घोटाला 2014 का है। तब पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन ने सरकारी स्कूलों में टीचर्स की भर्ती निकाली। प्रक्रिया 2016 में शुरू हुई थी। उस वक्त पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थे। इस मामले में गड़बड़ी की कई शिकायतें कोलकाता हाईकोर्ट में दाखिल हुई थीं। याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि जिन कैंडिडेट के नंबर कम थे उन्हें मेरिट लिस्ट में टॉप पर रखा गया। कुछ कैंडिडेट का मेरिट लिस्ट में नाम न होने पर भी उन्हें नौकरी दे दी गई। ऐसे लोगों को भी नौकरी दी गई, जिन्होंने ज्म्ज् परीक्षा भी पास नहीं की थी।