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NEW DELHI. AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में ChatGPT ने तहलका मचा रखा है। अपने लॉन्च के साथ ही ChatGPT ने नवंबर 2022 से फास्टेस्ट ग्रोइंग ऐप बनकर इतिहास बनाया है। ChatGPT को उसकी पैरेंट कंपनी ओपनएआई OpenAI ने तैयार किया है। ये ऐप तो कई कीर्तिमान बना रहा है, लेकिन इसे बनाने वाली कंपनी की हालत खराब है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि OpenAI कंपनी साल 2024 के आखिर तक दिवालिया हो सकती है। रिपोर्ट में बताया गया कि शुरु में तो ऐप पर बड़ी संख्या में यूजर्स आए, लेकिन हाल के महीने में यूजर्स की संख्या घटने लगी है।
हर दिन 5.80 करोड़ का खर्च
सैम ऑल्टमैन के AI स्टूडियो OpenAI के लिए ये अच्छी खबर नहीं है। कंपनी को ChatGPT पर करोड़ों रुपए का खर्चा पड़ रहा है। OpenAI को ChatGPT चलाने के लिए 7 लाख डॉलर (5.80 करोड़ रुपये) हर दिन खर्च करना पड़ रह है। इस वजह से कंपनी आर्थिक संकट से जूझ रही है।
कंपनी ने उठाए कई नए कदम
OpenAI कंपनी ने अपनी आय के लिए कई नए कदम उठाए है। कंपनी ने आर्थिक मदद के लिए कंवर्सेशनल AI का सब्सक्रिप्शन बेचना भी शुरू कर दिया है। चैट जीपीटी 3.5 और चैट जीपीटी 4 को मॉनेटाइज किया गया लेकिन फिर भी कंपनी इतना भी पैसा नहीं जुटा पा रही है कि वह ChatGPT को चलाने का खर्च निकाल सके।
कम हो रहे यूजर्स
ChatGPT से यूजर्स का कम होते जा रहे हैं। सिमिलरवेब के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई महीने के आखिर तक ChatGPT के यूजर्स और भी घट गया है। जुलाई 2023 में जून की तुलना में 12% यूजर्स कम देखे गए हैं। इससे चैटजीपीटी के यूजर्स 1.7 बिलियन से घटकर 1.5 बिलियन रह गए हैं।
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