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Mumbai. 31 जुलाई को जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में अंधाधुंध फायरिंग कर अपने वरिष्ठ एएसआई समेत 4 लोगों को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी कॉन्स्टेबल चेतन सिंह को पुलिस ने 7 दिन की रिमांड पर लिया है। जानकारी के मुताबिक चेतन पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है, सवालों के जवाब में इधर-उधर की बातें करता है और नारेबाजी भी करने लगता है। इधर उसकी पत्नी रेणु सिंह का दावा है कि चेतन मानसिक रूप से अस्वस्थ है, उसके दिमाग में चोट की वजह से क्लॉटिंग हुई थी, अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दे दी गई थी।
इलाज के दस्तावेज करेगी पेश
फायरिंग के आरोपी चेतन की पत्नी रेणु सिंह ने कहा है कि वे अपने पति के इलाज के तमाम कागजात लेकर मुंबई जाएंगी और उन्हें अदालत में पेश करेंगी। रेणु फिलहाल उत्तर प्रदेश में हैं। उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले उनकी तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई थी, कई दिनों तक इलाज चला था। इस दौरान चेतन का मानसिक संतुलन भी ठीक नहीं था। परिजनों का कहना है कि कुछ साल पहले चेतन घर पर गिर गया था, इस दौरान उसके ब्रेन में क्लॉटिंग हो गई थी, इसलिए वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है। बीमारी के कागजात, प्रिस्क्रिप्शन और इलाज के बारे में सब कुछ आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों को बता दिया गया है।
पत्नी दर्ज कराएगी बयान
रेणु सिंह अपने पति के इलाज के दस्तावेजों के साथ मुंबई रवाना हो रही हैं। इस दौरान वे अपना बयान भी दर्ज कराएंगी। इस दौरान पुलिस उसे उसके पति से मुलाकात भी करवा सकती है। बता दें कि 1 अगस्त को चेतन को बोरीवली कोर्ट में पेश किया गया था, अदालत ने आरोपी को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। इधर पुलिस के अधिकारी बता रहे हैं कि आरोपी पूछताछ में मदद नहीं कर रहा है। घटना से जुड़े सवालों पर वह इधर-उधर के जवाब देने लगता है, नारेबाजी भी करने लगता है।
यह था मामला
31 जुलाई को जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में तैनात आरपीएफ कॉन्स्टेबल चेतन सिंह ने अपनी ऑटोमैटिक रायफल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी थी। इस घटना में एएसआई टीकाराम मीणा के साथ-साथ 3 यात्रियों की भी मौत हो गई थी। मरने वालों की पहचान अब्दुल कादिर, असगर अब्बास शेख और सैय्यद सैफुल्लाह के रूप में हुई थी।