RAIPUR. रायपुर में पुरी पीठाधीश्वर निश्चलानंद सरस्वती महाराज का बड़ा बयान सामने आया है। निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि नाथूराम गोडसे महात्मा गांधी को मारने के बाद काफी व्यथित (दुखी) थे। वे जानते थे कि इसके बाद वे नहीं बचेंगे और उन्हें फांसी हो जाएगी, इसके बाद भी उन्होंने उसे मारा। निश्चलानंद महाराज ने ये भी कहा कि गोडसे की प्रतिबंधित किताब उनके पास वृंदावन और पुरी में है। उस किताब को पढ़कर आप समझ जाएंगे कि नाथूराम गोडसे कितने ज्यादा व्यथित थे। किताब में गोडसे ने लिखा है कि अगर वे महात्मा गांधी को नहीं मारते तो उस व्यक्ति की कूटनीति चल जाती। देश के लिए उनका ज्यादा समय तक जीवित रहना सही नहीं होता।
शासन की दिशाहीनता के कारण ही धर्मांतरण हो रहा- निश्चलानंद
गोडसे ने अपनी किताब में स्पष्ट रूप से लिखा है कि देश की व्यवस्था अत्यंत ही खराब हो रही थी, इसके चलते ही उन्होंने गांधी को मारा। आप लोग भी जब यह किताब पढ़ेंगे, तब असली बात सामने आएगी। 10 जून (शनिवार) को विधानसभा रोड स्थित स्वर्णभूमि पहुंचे पुरी पीठाधीश्वर निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि शासन तंत्र की दिशाहीनता के कारण ही धर्मांतरण हो रहा है। इस ओर ध्यान देना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। सनातन धर्म को बचाने हिंदुओं को आगे आना ही होगा। इन दिनों हिंदुओं को अल्पसंख्यक बनाए जाने की साजिश हो रही है।
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16 जून को रायपुर में होगी धर्म सभा, तैयारी तेज
रायपुर में स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज के राष्ट्रोत्कर्ष दिवस 81वां प्राकट्य महोत्सव मनाने की तैयारी जोरों पर चल रही है। रावाभाठा में शंकराचार्य के राष्ट्रोत्कर्ष दिवस पर 81वां प्राकट्य महोत्सव मनाया जाएगा। 16 जून को उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना के लिए रुद्राभिषेक और कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसमें 11 हजार लोग शामिल होंगे। इसके साथ ही शंकराचार्य आश्रम में धर्म सभा का आयोजन होगा। इसमें 21 हजार लोग शामिल होंगे। इसी की तैयारियों का जायजा लेने शंकराचार्य रायपुर पहुंचे हैं।