Chhindwara: मध्य प्रदेश की दंगल गर्ल शिवानी पवार ने एक बार फिर प्रदेश का नाम रोशन किया है। उमरेठ की रहने वाली शिवानी ने कनाडा में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में कुश्ती प्रतियोगिता में सोना जीता है। शिवानी ने यह जीत कुश्ती प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में कनाडा के पहलवानों को बिना कोई पाइंट दिए हासिल किया है। शिवानी मध्य प्रदेश पुलिस में कार्यरत हैं।
मप्र पुलिस में कार्यरत हैं शिवानी
शिवानी ने पिछले साल ही सर्बिया में हुए कुश्ती मुकाबले में रजत पदक जीता था। इसी शानदार प्रदर्शन को दोहराते हुए कनाडा में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में शिवानी ने भारत के लिए एक गोल्ड मेडल जीता है। कनाडा में यह आयोजन 28 जुलाई से शुरू हुआ। जिसमें शिवानी ने 50 किग्रा वजन वर्ग में सफलता हासिल की है। कुश्ती के पहले दौर में शिवानी को वॉकओवर मिला। वहीं, सेमी फाइनल में कोलंबिया की पहलवान को एकतरफा मुकाबले में हराया। फाइनल मुकाबले में कनाडा के पहलवानों को बिना कोई पाइंट दिए शिवानी ने जीत हासिल की है। बता दें कि शिवानी मप्र पुलिस में कार्यरत हैं। इस जीत के बाद भोपाल वापस आने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। इंडियन रैसलर शिवानी के लिए कनाडा गेम उनकी करियर में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन रहा। जिसमें वो दूसरे पहलवान को बिना कोई पाइंट दिए एकतरफा मुकाबला में गोल्ड मेडल हासिल किया।
उमरेठ के किसान की बेटी है शिवानी
छिंदवाड़ा के उमरेठ गांव की शिवानी के पिता नंदलाल पवार किसान हैं। नंदलाल पवार 1 बेटे और 3 बेटियां के पिता हैं। 1 बेटी की शादी हो चुकी है वहीं 2 बेटियां शिवानी और छोटी बहन रैसलर है। शिवानी के पिता नंदलाल पवार ने कहा कि सामाजिक और आर्थिक परेशानियों से जूझते हुए बेटियों ने यह मुकाम हासिल किया है।
कुश्ती में भेजने के फैसले पर सुनने पड़े तानें
शिवानी के पिता नंदलाल ने अपने बच्चों को करियर चुनने मौका दिया। समाज के तानों के बाद भी अपनी बेटियों को रेसलिंग में जाने के फैसले को सपोर्ट किया। शिवानी की रुची पहले फुटबॉल खिलाड़ी बनने में थी, लेकिन कोच ने शिवानी को रेसलिंग की सलाह दी। शिवानी की मां ने बताया कि जब शिवानी को कुश्ती में भेजने का फैसला किया तो शुरुआत में समाज के ताने मिलने लगे। लोग कहते थे कि लड़की है, लड़की को कोई कुश्ती में भेजता है क्या? आज वही लोग शिवानी की एक झलक पाना चाहते हैं। आज हर कोई शिवानी को बधाईयां दे रहा है, पूरे देश को उन पर नाज है।